सेंट्रल डेस्क : इसराइल ने गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने वाले ट्रकों की आवाजाही रोक दी है। इसके लिए इसराइल ने गाजा की क्रासिंग बंद कर दी है। यमन ने चेतावनी दी थी कि अगर चार दिनों के अंदर गाजा की सीमा मानवीय सहयता पहुंचाने जा रहे ट्रकों के लिए नहीं खोली गई तो वह लाल सागर से इसराइल के मालवाहक जहाजों की आवाजाही एक बार फिर रोक देगा। यह समय सीमा बुधवार को खत्म होने के बाद यमन ने लाल सागर में इसराइल के जहाजों पर पाबंदी का एलान कर दिया है। यमन के हूती समूह ने एलान किया है कि वह लाल सागर से इसराइल के माल वाहक जहाजों को नहीं गुजरने देगा।
इस फैसले को यमन के नेता अब्दुल-मलिक अल-हौसी द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार लिया गया। अल-हौसी ने इसराइल को चार दिन का समय दिया था, ताकि वह गाजा की सीमा क्रॉसिंग को खोल सके और युद्ध से तबाह गाजा क्षेत्र में मानवीय सहायता भेजी सके।
यह प्रतिबंध गाजा के लोगों पर पहले से ही चल रहे 15 महीने के अत्याचार और इसराइल द्वारा किए गए नरसंहार के बाद लागू किए गए हैं। यमनी सशस्त्र बलों ने अपने बयान में कहा, “जब से मध्यस्थों ने इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफलता देखी, यमन ने फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में अपनी स्थिति को सख्त कर दिया है।”
इस प्रतिबंध के तहत, सभी इसराइली जहाजों को लाल सागर, अरब सागर, बाब अल-मंदब जलडमरूमध्य और अदन की खाड़ी जैसे क्षेत्रों में प्रवेश करने से मना किया गया है। यमनी सशस्त्र बलों ने चेतावनी दी कि अगर कोई इसराइली जहाज इस प्रतिबंध को तोड़ता है, तो उस पर निशाना साधा जाएगा। यह प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक गाजा की क्रॉसिंग को फिर से नहीं खोला जाता और मानवीय सहायता, जिसमें भोजन और दवाइयां शामिल हैं, गाजा नहीं पहुंचती हैं।
यमनी अधिकारियों ने इस प्रतिबंध के दौरान फिलिस्तीनी प्रतिरोध के प्रति अपनी पूर्ण एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया है, और यह भी कहा कि अगर मानवीय सहायता को गाजा में प्रवेश नहीं दिया गया तो उनकी सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू कर दी जाएगी।

