RANCHI: दहीसोत-बनहोरा में आयोजित 21 पड़हा सोहराई जतरा महोत्सव का शुभारंभ राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सह कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस दौरान पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूरा क्षेत्र उत्सवमय हो गया।
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि हमारे पुरखों की परंपरा, बलिदान और मार्गदर्शन समुद्र से भी गहरे संदेश देते हैं। उन्होंने युवाओं से अपने इतिहास और संस्कृति को जानने की अपील की। साथ ही कहा कि लाल और सफेद झंडा हमारे पूर्वजों के संघर्ष और एकता का प्रतीक है। जिसे हमें गर्व के साथ आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने समाज में एकजुटता बनाए रखने और विभाजन की साजिशों से सतर्क रहने की बात कही।
पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि हमारा समाज परंपरा और संस्कृति का धनी है। 1994 में फीकी पड़ी जतरा की परंपरा को 1995 में फिर जीवित किया गया और अब यह युवाओं के नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छू रही है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव समाज की दिशा तय करता है और एकता का संदेश देता है। इस अवसर पर कैम्बो, बॉम्बे, कमड़े और बनहोरा के खोड़हा समितियों को सम्मानित किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे।


