नालंदा : बिहार में रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। शुक्रवार रात दानापुर-राजगीर पैसेंजर ट्रेन (Danapur Rajgir Passenger Train) में यात्रियों के साथ हुई मारपीट और लूट की घटना ने रेलवे प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। घटना में एक ही परिवार के तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए बिहार शरीफ मॉडल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वेना और रहुई हाल्ट के बीच ट्रेन में हमला
घटना शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे की है, जब दानापुर-राजगीर पैसेंजर ट्रेन वेना और रहुई हाल्ट के बीच थी। इसी दौरान चार-पांच बदमाशों ने चलती ट्रेन में चढ़कर यात्रियों से मारपीट शुरू कर दी और उनके सामान लूट लिए। घायल यात्रियों की पहचान रोहित कुमार, रिंकू देवी और अंशु कुमार के रूप में हुई है।
शादी में शामिल होने बिहार शरीफ लौट रहा था परिवार
इस घटना में घायल हुए यात्री रोहित कुमार ने बताया कि वे गुजरात से लौटकर पटना पहुंचे थे और वहां से लोकल ट्रेन पकड़कर बिहार शरीफ आ रहे थे। उनके अनुसार, जैसे ही ट्रेन वेना हाल्ट पर रुकी, कुछ बदमाश ट्रेन में चढ़े और ट्रेन चलने के साथ ही हमला कर दिया। मारपीट के दौरान बदमाशों ने उनका एक सूटकेस कपड़ों का और दूसरा कैश व ज्वेलरी से भरा सूटकेस छीन लिया और रहुई स्टेशन पर उतरकर फरार हो गए।
रेल पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी, जांच जारी
जैसे ही पीड़ित परिवार बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पहुंचा, उन्होंने रेल पुलिस को घटना की जानकारी दी। रेल पुलिस ने तत्काल सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया और बाद में रेल थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
रेल थानाध्यक्ष मो. आलम अंसारी ने कहा कि सीट पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था, जिसकी वजह से यह घटना हुई है। अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।”
रेलवे प्रशासन ने कहा – सभी यात्री खतरे से बाहर
महिला रेल इंस्पेक्टर अनिता सोरेन ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सभी यात्री खतरे से बाहर हैं और डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
रेलवे सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर बिहार में ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा (Train Passenger Safety in Bihar) को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। विशेषकर रात के समय चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों के साथ बदसलूकी, चोरी और लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) को गश्त और निगरानी को और मजबूत करना होगा।