नई दिल्ली/Anantnaag: देश भर में 102 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान होना है, लेकिन चुनाव से पहले कई बड़ी खबरें सुनने को मिल रही हैं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से बड़ी घटना सामने आई है। दरअसल अनंतनाग के बिजबेहरा इलाके में बुधवार शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने गैर-स्थानीय लोगों पर गोली चलाई, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, आतंकवादियों ने बिहार निवासी शंकर साह, पुत्र राजा साह को गोली मारी। इस घटना में शंकर की गर्दन और पेट में दो गोलियां लगीं, उसे इलाज के लिए नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
Anantnaag: पुलिस सर्च ऑपरेशन में जुटी है
पुलिस ने बताया कि आतंकवादी शंकर और राजा पर फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए। फिलहाल अभी तक एक ही व्यक्ति को गोली लगने की खबर सामने आई है और उसे इलाज के लिए नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल की कई टीमों को सर्च ऑपरेशन के लिए इलाके में तैनात कर दिया गया है। पुलिस की टीम बिजबेहरा और उसके आसपास के इलाकों में तलाशी कर रही है।
इस साल का तीसरा आतंकी हमला
इस साल अब तक गैर-कश्मीरी लोगों पर यह तीसरा आतंकी हमला है। इससे पहले आतंकियों ने 7 फरवरी को श्रीनगर में पंजाब के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस पर फायरिंग में अन्य प्रवासी कर्मचारी भी जख्मी हुए थे। आतंकवादियों ने 8 अप्रैल को शोपियां जिले में गैर स्थानीय कैब ड्राइवर को गोली मारी थी, जिससे वह घायल हो गया था।
बिहार का रहने वाला था राजा साह
जानकारी के अनुसार मरने वाले शख्स का नाम राजा साह है। पिता का नाम शंकर साह है और वो बिहार के निवासी हैं। उसको बिजबेहरा इलाके के जबलीपोरा इलाके में गोली मारी गई। उसे दो गोलियां मारी गई थीं, जिसमें एक गले और दूसरी पेट में लगी। गोली की आवाज सुनकर लोग मौके पर आए। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंच कर उसे उठाया और इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गुलाम नबी आजाद ने की हमले की निंदा
डीपीएपी के चेयरमैन गुलाम नबी आजाद ने कहा, बिजबेहारा के दुखद हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें बिहार के राजा साह नामक एक गैर स्थानीय ने हिंसा के इस संवेदनहीन कृत्य में अपनी जान गंवा दी। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इसे ख़त्म होना चाहिए, लोग शांति चाहते हैं, लेकिन आतंकवादी शांति नहीं चाहते। हमें इस कृत्य के खिलाफ एकजुट होना होगा।
वहीं, इस पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा की वह कड़ी निंदा करती हैं और मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करती हैं।
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