रांची/Anjani Soren: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड के बाहर भी अपने लोकसभा उम्मीदवार को उतारा है। जेएमएम ने ओडिशा के मयूरभंज से अंजनी सोरेन को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देश पर पार्टी ने अंजनी को चुनाव मैदान में उतारा है। राज्य के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने अंजनी को उम्मीदवार बनाए जाने पर बधाई और शुभकामना दी है।
मयूरभंज सीट पर हेमंत सोरेन की बहन Anjani Soren का मुकाबला
वहीं, मयूरभंज सीट पर हेमंत सोरेन की बहन अंजनी सोरेन का मुकाबला बीजेपी के नबा चरण माझी और बीजेडी के सुदाम मरांडी से होगा। सुदाम कभी ओडिशा में जेएमएम की कमान संभालते थे, इस बार बीजेडी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने इस बार मयूरभंज सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री विशेश्वर टुडू की जगह नबा चरण माझी को उम्मीदवार बनाया है। 2019 के चुनाव में भी अंजनी सोरेन मयूरभंज से चुनाव लड़ी थीं, तब उन्हें 1 लाख 35 हजार 552 वोट मिला था और वो तीसरे नंबर पर रही थीं। इस सीट पर इस बार कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं दिया है और बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। ऐसे में चुनाव दिलचस्प हो गया है।
पिछली बार मिली थी हार
वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में अंजनी सोरेन हार गई थीं। ओडिशा में चौथे चरण से मतदान शुरू होगा। हालांकि पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने अंजनी सोरेन को मयूरभंज सीट से टिकट दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में अंजनी सोरेन को 1,35,552 वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहीं। इस सीट से बीजेपी के बिशेश्वर टुडू ने जीत हासिल की थी।
वहीं, मयूरभंज की सीमा झारखंड के सिंहभूम जिले से मिलती है। अंजनी सोरेन ने 2019 में भी इस सीट से चुनाव लड़ा था और तीसरे नंबर पर रही थीं। अब एक बार फिर उनके चुनाव में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। मयूरभंज लोकसभा सीट आदिवासी बहुल है और यहां की सात विधानसभा सीटों में से छह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। जेएमएम के साथ गठबंधन के चलते कांग्रेस ने यहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
READ ALSO : BSP ने 6 लोकसभा सीटों पर घोषित किए उम्मीदवार, नए चेहरों को भी तरजीह