जमशेदपुर : झारखंड भाजपा के मृदुभाषी नेता गुरविंदर सिंह सेठी का पुणे में हार्टअटैक से निधन हो गया। उनके निधन से झारखंड और बिहार के सिख समुदाय में शोक की लहर है। खासतौर पर जमशेदपुर और रांची में उनके समर्थकों में गहरा दुःख व्याप्त है।
सिखों की आवाज बनना था सपना
गुरविंदर सिंह सेठी को उनके समर्थक विधानसभा या राज्यसभा में देखकर सिखों की आवाज बुलंद होते हुए देखना चाहते थे। वे झारखंड में भाजपा के प्रभावशाली नेता होने के साथ ही सिख समाज के लिए संघर्ष करने वाले एक प्रेरणास्त्रोत थे।
महत्वपूर्ण पदों पर निभाई भूमिका
गुरविंदर सिंह सेठी वर्तमान में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य थे। अर्जुन मुंडा और रघुवर दास के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के वाईस चेयरमैन के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इसके अलावा, वे रेलवे सलाहकार बोर्ड में भी झारखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके थे।
रेल यात्री सुविधाओं की जांच और सुझाव
रेलवे सलाहकार बोर्ड में रहते हुए उन्होंने झारखंड के विभिन्न रेलवे स्टेशनों की यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया और कमियों को उजागर कर रेल मंत्रालय को सुधार के लिए सुझाव दिए।
पत्रकारों और सिख समाज के लिए योगदान
सेठी का ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया से गहरा लगाव था। भाटिया ने बताया कि सेठी सिख समाज के लिए रांची सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। साथ ही, वे पत्रकारों के हित में रेल मंत्री से कोरोनाकाल में बंद हुई रेल यात्रा में छूट को लेकर मिलने वाले थे।