हजारीबाग : हजारीबाग के बहुचर्चित अनीता देवी हत्याकांड में पुलिस ने पूर्व एसडीएम अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। अशोक कुमार पर अपनी पत्नी को जलाकर मारने का आरोप है। पुलिस ने शनिवार की शाम करीब 7 बजे रांची के बिरसा चौक इलाके से उन्हें पकड़ा। लोहसिंघना थाना प्रभारी ने अपनी टीम के साथ यह छापेमारी की। गिरफ्तारी के बाद पुलिस अशोक कुमार को हजारीबाग ले आई और उनसे पूछताछ की। उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।शादी के 10 साल बाद शुरू हुए विवादअनीता देवी और अशोक कुमार के बीच शादी के एक दशक बाद से विवाद चल रहा था। जानकारी के मुताबिक, सरकारी आवास में अशोक ने अनीता को अपने शयनकक्ष में आने से भी रोक दिया था। विवाद का कारण अशोक की एक अन्य महिला मित्र बताई जा रही है, जिनसे उनकी नजदीकियां गिरिडीह में एसडीएम पद पर रहते हुए बढ़ी थीं।
26 दिसंबर को हुआ था हादसा
घटना 26 दिसंबर 2024 की सुबह करीब साढ़े 6 बजे की है, जब अनीता देवी एसडीएम आवास में रहस्यमय तरीके से जल गईं। उन्हें तुरंत इलाज के लिए पहले आरोग्यम हॉस्पिटल, फिर बोकारो जनरल हॉस्पिटल और अंत में रांची के देवकमल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन 27 दिसंबर की रात अनीता ने दम तोड़ दिया।
एफआईआर में परिवार के कई सदस्य
मामले में अनीता देवी के भाई राजू कुमार गुप्ता ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें अशोक कुमार, उनके पिता दुर्योधन साव, छोटा भाई और देवरानी को जलाकर मारने का आरोप लगाया गया। पुलिस ने दुर्योधन साव को पहले ही हिरासत में ले लिया था और उनकी निशानदेही पर अशोक कुमार की गिरफ्तारी हुई। यह मामला महिला सुरक्षा और घरेलू हिंसा के खिलाफ कानूनों की सख्ती पर एक बार फिर सवाल खड़े करता है।