रोहतास : बिहार से महाकुंभ के लिए चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। विशेष रूप से ग्रैंड कार्ड रेल सेक्शन में स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि ट्रेन के कोचों के दरवाजे तक नहीं खुल पा रहे हैं। इस भीड़-भाड़ के बीच यात्रियों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों, को सबसे अधिक कठिनाई हो रही है। ऐसे में रेल पुलिस की मदद से यात्रियों को सुरक्षित तरीके से यात्रा करने का मौका मिल रहा है, और उनके संघर्षों को कम करने की कोशिश की जा रही है।
ट्रेन में सफर करने के दौरान कठिनाइयां
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जाने के लिए विशेष ट्रेनों में अभूतपूर्व भीड़ देखी जा रही है। लोग रात भर ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अधिकतम यात्री क्षमता के बावजूद ट्रेन में और भी लोग घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इस भीड़ में सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं और बच्चों को हो रही है। कई यात्री तो दरवाजों के पास खड़े रहते हैं, लेकिन कोच का दरवाजा तक नहीं खुल पा रहा है। ऐसी ही एक स्थिति में डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन पर रेल पुलिस के इंस्पेक्टर रामविलास राम ने अपनी तत्परता दिखाई और यात्रियों की मदद की।
आरपीएफ इंस्पेक्टर की मानवीयता
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है। इस भीड़ के बीच एक दृश्य जो सामने आया, वह डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन का था। यहाँ एक कोच का दरवाजा बंद था और यात्रियों को अंदर चढ़ने में दिक्कत हो रही थी। ऐसे में आरपीएफ इंस्पेक्टर रामविलास राम ने पहल करते हुए एक महिला यात्री और उसके बच्चे को खिड़की से ट्रेन में चढ़ाया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने कहा, “मेरे लिए सभी महिला यात्री मेरी मां और बहन की तरह हैं।” उन्होंने एक महिला यात्री को गोद में उठाया और खिड़की से ट्रेन के अंदर चढ़ाया। महिला के साथ-साथ उसका बच्चा भी खिड़की से अंदर पहुंचाया गया। इसके बाद, उन्होंने महिला के सामान को भी खिड़की से अंदर रखा और फिर उसके पति को भी उसी रास्ते से ट्रेन में भेजा।
यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत
रामविलास राम ने कहा कि महाकुंभ के चलते ट्रेनें अत्यधिक भीड़ से भरी हैं, और कई बार दरवाजे बंद होने के कारण यात्री ट्रेन में चढ़ने में कठिनाई महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षित चढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो। उनका मुख्य उद्देश्य यही है कि यात्री सुरक्षित यात्रा करें और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
रेलवे पुलिस का मानवीय चेहरा
इस दौरान रामविलास राम को लेकर कई लोगों ने उनकी सराहना की। वे दिन-रात यात्रियों को सुविधाजनक तरीके से ट्रेन में चढ़ाने के लिए लगे हुए हैं। महाकुंभ के दौरान ट्रेनों में इतनी भीड़ हो जाती है कि एक स्थान पर पांव रखना भी मुश्किल हो जाता है, और ऐसे में रेल पुलिस का यह मानवीय चेहरा दिखाना एक सकारात्मक पहलू है। इसके अलावा, ट्रेन से परीक्षा देने जा रही एक छात्रा शोभा ने भी बताया कि इस समय यात्रा करना बहुत कठिन हो गया है। उन्होंने कहा, “कुंभ मेले के कारण ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ हो गई है, और इससे आम यात्रियों को बहुत परेशानी हो रही है।