- एक आरोपी ने कहा-चाचा की हत्या का लिया बदला, पुलिस ने बरामद किए हथियार
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस ने खूंटपानी के बासाहातु गांव में ग्रामीण मुंडा मंजीत हाईबुरु हत्याकांड का मामला एक सप्ताह में सुलझा लिया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के संबंध में चाईबासा के सीडीपीओ बहामन टुटी ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी आशुतोष शेखर द्वारा त्वरित कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया गया।
टीम ने कांड का उदभेदन करते हुए पांड्राशाली ओपी अंतर्गत साठ-दोपाई गांव निवासी 30 वर्ष गंगाराम तियु और मुफस्सिल थाना अंतर्गत सुपलसाई गांव निवासी 35 वर्ष नागुरी तियु को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपियों की निशानदेही पर पिस्टल, दो खोखा व चाकू भी बरामद किया गया है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी गंगाराम तियु ने बताया कि जनवरी में उसके चाचा बागुन तियु की सडक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उस समय मैं बेंगलुरु में काम कर रहा था। घटना की जानकारी मिलने पर वह गांव आया और आसपास के लोगों से घटना के बारे में पता किया। उसे जानकारी मिली कि बागुन तियु की मृत्यु को सड़क दुर्घटना का रूप दिया गया है, जबकि उसकी हत्या की गई है। इसमें बासाहातु के ग्रामीण मुंडा मंजित हाईबुरु का मुख्य रूप से हाथ है, क्योंकि इनके जमीन एवं रास्ते के विवाद के संबंध में ग्रामीण मुंडा विपक्ष के लोगों का साथ दे रहा था। इसी प्रतिशोध में मैंने अपनी सुरक्षा और अपने चाचा की हत्या कराने में शामिल मंजीत हाईबुरू की हत्या करने के उद्देश्य से अपनी चाची नागुरी तियु की मदद से पिस्टल और चाकू खरीदा। पिस्टल लोड कर अपने साथ हमेशा रखने लगा।
इसके बाद 11 मई को रात में अपने गांव के दोस्तों के साथ बियर पीने के क्रम में ज्ञात हुआ कि साथ बैठे लोगों में ग्रामीण मुंडा मंजीत भी है। बियर पीने के बाद दोस्तों के साथ मंजीत को अपने गांव बासाहातु छोड़ने के क्रम में ग्राम गम्हरिया के पास पहले पिस्टल से उसके कान के पास सटाकर फायर किया। अपने सभी दोस्त के इधर-उधर चले जाने के बाद वह पुनः अपने भाई सनातन तियु के साथ यह पक्का करने के लिए घटनास्थल पर गया कि मंजीत जिंदा है कि मर गया। उसे अब भी जिंदा पाकर पिस्टल से दो बार और फायर किया। लेकिन, पिस्टल में गोली फंस जाने के कारण मंजीत नहीं मरा। इसके बाद फिर से अपने भाई के साथ घर वापस आकर पहले से रखे गए चाकू एवं ग्लब्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जिंदा पाकर ग्लब्स पहनकर चाकू से गला रेतकर हत्या कर दिया एवं घटना में प्रयुक्त सामानों को अन्यत्र छुपा दिया।
चाईबासा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांड्राशाली ओपी अंतर्गत ग्राम गम्हरिया के समीप बासाहातु के ग्रामीण मुंडा मंजीत हाईबुरू की अज्ञात अपराधकर्मियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। घटना के संबंध में मृतक के भाई शेखर हाईबुरू द्वारा अज्ञात अपराधकर्मी के विरुद्ध कांड वर्ज कराया गया था।