Palamu (Jharkhand): झारखंड के गढ़वा जिले के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जिले में बहुप्रतीक्षित बाइपास, जिसके निर्माण का इंतजार पिछले 15 सालों से किया जा रहा था, अब बनकर तैयार हो चुका है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आगामी 3 जुलाई को गढ़वा क्षेत्र में आयोजित एक विशेष समारोह के दौरान इस नवनिर्मित गढ़वा बाइपास सड़क का विधिवत शुभारंभ करेंगे।
15 साल का इंतजार खत्म, व्यापार और आवागमन होगा सुगम
केंद्रीय मंत्री के आगमन की जानकारी पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने मंगलवार को अपने डालटनगंज स्थित आवास पर पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि गढ़वा के लोग पिछले 15 सालों से इस बाइपास की मांग कर रहे थे, और अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उन्हें यह सौगात देने जा रहे हैं। इस बाइपास के बनने से गढ़वा में व्यापार और लोगों के आवागमन में काफी सहूलियत होगी। इसके साथ ही, पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के लोगों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
49 किलोमीटर लंबा बाइपास, जाम से मिलेगी मुक्ति
यह नवनिर्मित गढ़वा बाइपास लगभग 49 किलोमीटर लंबा है। इसके बन जाने से गढ़वा शहर में लगने वाली भीषण जाम की समस्या से लोगों को आखिरकार निजात मिल जाएगी। सांसद विष्णु दयाल राम ने केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी होने की जानकारी दी और लोगों से इस ऐतिहासिक अवसर पर कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।
रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे का भी होगा विकास
सांसद ने इस दौरान रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे के फोरलेन निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगभग 8000 करोड़ रुपये की लागत से इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य पूरा किया जाना है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग पहले नेशनल हाईवे 75 के नाम से जाना जाता था, जिसका नाम अब बदलकर नेशनल हाईवे 39 कर दिया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट को छह अलग-अलग चरणों में पूरा किया जा रहा है।
छह चरणों में पूरा होगा प्रोजेक्ट का कार्य
पहले चरण में रांची से कुडू तक का निर्माण कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में पलामू के शंखा से लेकर गढ़वा के खजूरी तक 1129.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य संपन्न हो गया है। तीसरे चरण में खजूरी से उत्तर प्रदेश के विंढमगंज तक का कार्य 15 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा, जिस पर 1436.49 करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं, चौथे चरण में भोगु से शंखा तक का निर्माण कार्य 9 नवंबर 2025 तक पूरा किया जाना है, जिसकी अनुमानित लागत 1517.87 करोड़ रुपये है। पांचवें चरण का निर्माण कार्य उदयपुर से भोगु तक 9 अक्टूबर 2026 तक 1436.80 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, जबकि छठे चरण का निर्माण कार्य कुरु से उदयपुरा तक 1274 करोड़ रुपये की लागत से सितंबर 2025 में शुरू किया जाएगा। नेशनल हाईवे 39 को ही गढ़वा बाइपास के नाम से भी जाना जाता है।
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