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शराब नीति से जुड़े केस में जेल में बंद आप सांसद संजय सिंह ने लिखा सात पन्नों का खत, जानिये चिट्ठी में क्या कुछ लिखा है?

by Rakesh Pandey
शराब नीति से जुड़े केस में जेल में बंद आप सांसद संजय सिंह ने लिखा सात पन्नों का खत
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स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने जेल से देश के नाम 7 पन्नों का खत लिखा है। इस पत्र में उन्होंने फर्जी केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार करने और आम आदमी पार्टी को खत्म करने की भाजपा व मोदी सरकार द्वारा की जा साजिशों का सिलसिलेवार जिक्र किया है। संजय सिंह ने पत्र में लिखा कि ईडी को मेरे घर से कुछ नहीं मिला और वो लोग जा रहे थे, तभी ऊपर से किसी का फोन आया और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मोदी-अडानी-ईडी गठजोड़ ने मुझे फंसाने के लिए पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद मामला बनाया।

मुझ पर लगे आरोप भी एक दिन झूठे साबित होंगे: संजय सिंह
उन्होंने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी का मुख्य कारण उनकी आवाज को खामोश करना है। लेकिन, जेल में गुजरते हर दिन के साथ निरंकुश सत्ता से लड़ने की मेरी इच्छाशक्ति और मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा है कि मैंने हमेशा बिना डरे तानाशाही राजा के अन्याय, भ्रष्टाचार और उसके दोस्तों द्वारा देश के संसाधनों की खुली लूट के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाई है। यही बात मोदी जी को सबसे बुरी लगी। इसलिए मोदी-अडानी-ईडी गठजोड़ ने मुझे फंसाने के लिए पूरी तरह झूठा मामला बनाया और जेल में डाल दिया। उन्होंने ये भी कहा है कि मोदी जी ने आप को खत्म करने के लिए हर कदम उठाया और हर बार फेल हुए। उन पर लगे आरोप भी एक दिन झूठे साबित होंगे।

बिना समन या नोटिस दिए किया गया गिरफ्तार
सांसद संजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि ईडी अचानक 4 अक्टूबर को मेरे घर आती है। 14 घंटे तक छापेमारी करती है। उनको कुछ नहीं मिलता है। सिर्फ मेरे बूढ़े मां-बाप मिलते हैं। पिताजी की बैंक डिटेल्स भी ईडी नोट करती है और मुझे ईडी के अधिकारी कहते हैं कि पंचनामा तैयार करके हम चले जाएंगे। अचानक ऊपर से कोई फोन आता है और मुझसे कहा जाता है कि आपको गिरफ्तार किया जाता है। मैंने कहा कि अभी तो आप जा रहे थे, यह ऊपर से किसका फोन आया, तो ईडी के अधिकारी कुछ नहीं बोले। हैरान करनेवाली बात ये है कि इन डेढ़ सालों की जांच में ईडी ने न तो मुझे कभी समन दिया, न नोटिस दिया और न ही किसी प्रक्रिया का पालन किया।

इस मामले में मैं अकेला व्यक्ति हूं, जिसको बिना समन या नोटिस दिए गिरफ्तार कर लिया गया। सांसद संजय सिंह ने पत्र के आखिर में लिखा है कि ईडी ने आठ दिनों तक अपनी कस्टडी में रखा और 3 घंटे ही पूछताछ की। उसने सवाल भी ऐसे पूछे कि सुनकर हंसी आएगी। ईडी ने पूछा, आपकी मां ने आपको पैसे क्यों दिए? आपके पिता ने आपको पैसे क्यों दिए? आपकी पत्नी के खाते में 2022 में 10 हजार रुपए क्यों डाले गए? ये तीनों सवाल मेरी ईमानदारी के सबूत हैं कि सांसद होते हुए भी मुझे अपने पेंशनधारक माता-पिता से पैसे लेने पड़ते हैं। मैं सच्चाई के रास्ते पर हूं। मैंने पूरा जीवन देश और समाज की सेवा का संकल्प लिया है।

जेल, मुकदमा और लाठी तानाशाही सत्ता का हथियार
सांसद ने पत्र में लिखा है कि बापू ने पहली जेल यात्रा दक्षिण अफ्रीका में हिंदुस्तानियों के अधिकारों के लिए की थी और भारत माता को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ पूरे देश को लामबंद किया। पूरी दुनिया गांधीजी के अहिंसा के मंत्र का लोहा मानती है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया जैसे महापुरुषों ने भी जातिवाद का जहर मिटाने, गैर-बराबरी को खत्म करने के लिए लंबा संघर्ष किया। ऐसे ही अगर देश में चल रही तानाशाही के खिलाफ आवाज उठानी है, तो हर प्रकार का जोखिम उठाने के लिए तैयार रहना होगा। जेल, मुकदमा और लाठी तानाशाही सत्ता का हथियार है, इसके आगे झुक गए तो तानाशाही बढ़ेगी और अगर डट कर मुकाबला किया, तो जनता तानाशाही का अंत कर देगी।

केजरीवाल जी के कुशल नेतृत्व में मात्र 10 वर्षों में आप राष्ट्रीय पार्टी बन गई
उन्होंने लिखा है कि आंदोलन की कोख से जन्मी आम आदमी पार्टी ने भारतीय राजनीति में एक उम्मीद और भरोसा पैदा किया है। अरविंद केजरीवाल के कुशल नेतृत्व में मात्र 10 वर्षों में आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई। तीन बार दिल्ली में ‘आप’ की सरकार बनी, पंजाब में भी प्रचंड बहुमत से सरकार बनी, गुजरात के गढ़ को भेदने में भी केजरीवाल जी को सफलता मिली। आजादी के बाद देशभर में तमाम सरकारें बनीं, लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जैसा सराहनीय कार्य केजरीवाल सरकार ने किया, वह देश और दुनिया में एक मिसाल बन गया।

आम आदमी पार्टी को खत्म करने का प्रयास
सांसद ने पत्र में लिखा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल के दफ्तर पर सीबीआई का छापा मारा गया। शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री समेत 49 से अधिक विधायकों पर फर्जी मुकदमे किए गए। कमेटी बनाकर 400 फाइलों की जांच कराई गई। अब डेढ़ साल से तथाकथित शराब घोटाले की जांच ईडी और सीबीआई से कराई जा रही है। मोदी सरकार ने हर वो प्रयास कर लिया, जिससे आम आदमी पार्टी खत्म हो जाए, उसके नेता टूट जाएं, विधायक-मंत्री उनसे डरें और दूसरे राज्यों की तरह दिल्ली-पंजाब में भी तोड़फोड़ हो जाए, लेकिन मोदी जी की तानाशाही के खिलाफ अरविंद केजरीवाल और पार्टी के तमाम नेता चट्टान की तरह खड़े हैं।

मोदी जी को देश की नहीं, दोस्तों की चिंता
उन्होंने देश की जनता से भी प्रश्न किया है कि क्या मोदी जी के दोस्त अडानी को देश के सारे संसाधन लूटने की खुली छूट होनी चाहिए? देश के बैंकों में आम आदमी की मेहनत की पूंजी जमा है। मोदी सरकार ने बैंकों में जमा देश के करोड़ों लोगों का पैसा उठाकर अपने पूंजीपति दोस्तों को दे दिया। वो लोग या तो बैंक में जमा आपका पैसा लूट कर भाग गए या फिर मोदी जी ने उनके लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ कर दिया। मोदी सरकार ने चंद पूंजीपतियों का 13 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिया है। मोदी जी को देश की नहीं, बल्कि अपने दोस्तों की चिंता है। देश का पैसा दोस्तों पर लूटाने वाले मोदी जी अगर इसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और किसानी जैसी देश की जरूरत पर खर्च करते तो भारत दुनिया का नंबर वन देश बन सकता है।

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