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अभिनीत मौर्य ने माउंट केन्या पर फहराया 510 फीट लंबा तिरंगा, इतिहास रचने वाले पहले भारतीय पर्वतारोही बने

माउंट केन्या, जो अफ्रीका की दूसरी सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है, 5,199 मीटर (17,057 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस चोटी पर चढ़ाई करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन अभिनीत ने अपने साहस और तैयारी से यह कार्य सफलता से पूरा किया।

by Anurag Ranjan
अभिनीत मौर्य ने माउंट केन्या पर फहराया 510 फीट लंबा तिरंगा, इतिहास रचने वाले पहले भारतीय पर्वतारोही बने
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हरदोई : यूपी के हरदोई जिले के अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही अभिनीत मौर्य ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर देश और जिले का नाम रोशन किया है। अभिनीत मौर्य, जिन्होंने पहले भी दो अंतर्राष्ट्रीय चोटियों पर तिरंगा फहराया था, अब अफ्रीका की दूसरी सबसे ऊंची चोटी माउंट केन्या पर 510 फीट लंबा तिरंगा फहरा कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। माउंट केन्या की चोटी पर तिरंगा फहराने के साथ ही वह इस शिखर पर ध्वज फहराने वाले पहले भारतीय पर्वतारोही बन गए हैं। इस उपलब्धि से उनके नाम एक और कीर्तिमान जुड़ गया है।

अभिनीत मौर्य का अद्वितीय साहस और समर्पण

अभिनीत मौर्य ने 1 मार्च को माउंट केन्या की चोटी पर भारतीय ध्वज फहराया। उन्होंने इस मिशन के दौरान प्रकृति के संरक्षण का भी संदेश दिया और पेड़ लगाने की अपील की। अभिनीत का यह कदम सिर्फ एक पर्वतारोहण रिकॉर्ड तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता को भी प्रमुखता से सामने रखा है। उनके इस प्रयास ने युवाओं को प्रेरित किया है कि वे न केवल अपने देश को गर्व महसूस कराएं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान दें।

माउंट केन्या: अफ्रीका की दूसरी सबसे ऊंची चोटी

माउंट केन्या, जो अफ्रीका की दूसरी सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है, 5,199 मीटर (17,057 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस चोटी पर चढ़ाई करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन अभिनीत ने अपने साहस और तैयारी से यह कार्य सफलता से पूरा किया। उनके इस प्रयास ने न केवल पर्वतारोहण में उनकी दक्षता को दर्शाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारतीय पर्वतारोही विश्वभर में अपनी जगह बना सकते हैं।

अभिनीत मौर्य का सफर और उपलब्धि

अभिनीत मौर्य, जो हरदोई जिले के कोथावां विकास खंड के सांता आंट सांट गांव के निवासी हैं, ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कछौना के आश्रम पद्धति कॉलेज से की है। 26 फरवरी को वह दिल्ली से नैरोबी के लिए रवाना हुए थे और अगले दिन माउंट केन्या नेशनल पार्क में पहुंचकर चढ़ाई के लिए अनुमति ली। इसके बाद 27 फरवरी को उन्होंने माउंट केन्या की चढ़ाई शुरू की।

अभिनीत ने 1 मार्च की सुबह 7:20 बजे माउंट केन्या की चोटी पर भारतीय ध्वज को फहराया, और इस चढ़ाई के दौरान भी उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के महत्व को समझाते हुए प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता फैलाने का काम किया। माउंट केन्या की चोटी पर यह उनका तीसरा अंतर्राष्ट्रीय ध्वज फहराना था, जिससे उनके पर्वतारोहण की यात्रा में एक नया कीर्तिमान जुड़ा है।

जिला अधिकारी ने अभिनीत की सराहना की

अभिनीत मौर्य की इस शानदार उपलब्धि पर जिला अधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने खुशी जाहिर की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि अभिनीत मौर्य जैसे युवा जिले के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और उनकी उपलब्धि से जिले के अन्य युवाओं में भी साहस और प्रेरणा का संचार होगा।

अभिनीत का संदेश: वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण

अभिनीत मौर्य ने माउंट केन्या पर तिरंगा फहराने के बाद एक महत्वपूर्ण संदेश दिया, जिसमें उन्होंने प्रकृति के संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने सभी से अपील की कि वे पेड़ लगाएं और पर्यावरण को संरक्षित करें। उनका मानना है कि एक स्वस्थ पर्यावरण ही समाज के समग्र विकास के लिए जरूरी है। उनका यह संदेश युवाओं को पर्यावरण की ओर ध्यान आकर्षित करने और प्रकृति के प्रति जागरूक करने में मदद करेगा।

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