पाकुड़ : झारखंड में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। इसके मद्देनजर जिला व पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। जहां एक ओर राजनीतिक दलों के प्रत्याशी और उनके समर्थक चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने शांतिपूर्ण चुनाव के लिए होटल, रेस्टोरेंट और लॉज में छापेमारी अभियान शुरू किया है। यह कार्रवाई संदिग्ध गतिविधियों को रोकने और चुनाव में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को पहले से ही नियंत्रित करने के उद्देश्य से की जा रही है।
छापेमारी की रणनीति
अधिकारियों के नेतृत्व में पाकुड़ जिले में स्थित होटलों, रेस्टोरेंट्स, लॉज और धर्मशालाओं में देर शाम छापेमारी की गई। प्रशासन ने खासकर उन स्थानों को चुना, जो चुनावी समय में भीड़-भाड़ वाले हो सकते थे या जहां बाहरी व्यक्तियों का आना-जाना अधिक था। छापेमारी में अधिकारियों ने होटलों के रजिस्टर चेक किए, वहां ठहरे लोगों के पहचान पत्रों का मिलान किया और सभी कमरों की तलाशी ली।
यह कार्रवाई जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों में की गई, जैसे बिरसा चौक, कालीभसान, हरिणडांगा बाजार, रेलवे स्टेशन रोड, रेलवे गुमटी, सिंधीपारा, कालपारा, तीनबंगला, और बाइपास रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर। इन स्थानों पर स्थित होटल और लॉज में कई पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने मिलकर यह अभियान चलाया, ताकि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का व्यवधान न आ सके।
प्रशासन की सख्ती और सुरक्षा
पाकुड़ जिले के प्रशासनिक अधिकारी इस कार्रवाई को चुनाव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक मानते हैं। अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) साइमन मरांडी ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर छापेमारी अभियान लगातार चलाया जाएगा। उनका कहना था, ‘हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रहे’। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक की छापेमारी में किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री या संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला है, लेकिन सुरक्षा बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी था।
एसडीओ साइमन मरांडी के साथ-साथ इस अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दयानंद आजाद, अंचलाधिकारी भागीरथ महतो और नगर थाना प्रभारी हरिदेव प्रसाद समेत दर्जनों पुलिसकर्मी और सुरक्षाबल शामिल थे। इन अधिकारियों का कहना था कि वे इस प्रकार के अभियानों को और तेज करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या बाहरी प्रभाव को चुनाव पर असर डालने का मौका न मिले।
पाकुड़ जिले में प्रशासन का यह सख्त कदम यह दर्शाता है कि चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए प्रशासन कितना सतर्क है। चुनाव से पहले सुरक्षा की यह कड़ी निगरानी और छापेमारी अभियान इस बात का संकेत है कि प्रशासन किसी भी स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह भी संदेश जाता है कि प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव उपाय किए हैं और किसी को भी चुनावी प्रक्रिया में विघ्न डालने का मौका नहीं मिलेगा।
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