Jamshedpur (Jharkhand) : बिष्टुपुर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में गुरुवार को यूथ पार्लियामेंट 2025-26 के सातवें संस्करण का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कक्षा पांच से आठ तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में “यू संसद (युवा संसद)” और “संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए)” के सत्रों का सजीव मंचन किया गया। इसमें कुल 152 विद्यार्थियों ने भारत की संसद के सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं की भूमिका निभाई। चर्चा का विषय था “भारतीय विदेश नीति बनाम पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद”।
वाद-विवाद के दौरान छात्रों ने मुद्दों पर तार्किक चर्चा की और इस नतीजे पर पहुंचे कि किसी भी हालत में दोनों देशों के नागरिकों को नुकसान नहीं होना चाहिए। इसी आधार पर संसद में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में विद्यालय के 59 विद्यार्थियों ने 59 देशों के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। विषय था — “यूएस/नाटो का मध्य पूर्व देशों में हस्तक्षेप”। इस पर छात्रों ने गहन चर्चा की। निष्कर्ष के रूप में यह निर्णय लिया गया कि नाटो की भागीदारी से क्षेत्रीय अस्थिरता बढ़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि नाटो अपने कदमों के संभावित नतीजों पर विचार करे और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता को प्राथमिकता दे।
कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत तरीके से डीएवी गान और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। विद्यालय की प्राचार्या सह एआरओ झारखंड ज़ोन-ई प्रज्ञा सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यूथ पार्लियामेंट छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय रखने का सुनहरा मौका देता है। उन्होंने स्टुडेंट्स से आग्रह किया कि वे इस आयोजन से मिली सीख को अपने जीवन में अपनाएं।