रांची : झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य में चल रही धान खरीद प्रक्रिया में देरी पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने शनिवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य सरकार ने 60 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक केवल 28.39 प्रतिशत धान ही खरीदी जा सकी है।
किसानों की परेशानी बढ़ रही है
बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि क्रय केंद्रों पर लापरवाही और कुप्रबंधन के कारण किसान निजी व्यापारियों और बिचौलियों को कम दामों पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सरकार की योजनाएं केवल कागजों तक सीमित हैं और ज़मीनी स्तर पर इन योजनाओं का कोई असर नहीं हो रहा है।
खरीद प्रक्रिया की धीमी गति पर सवाल
उन्होंने कहा कि अधिकांश जिलों में धान खरीद प्रक्रिया बेहद धीमी है, जिससे किसानों को मजबूरी में अपनी उपज कम दामों पर बेचनी पड़ रही है। बाबूलाल मरांडी ने सरकार से मांग की है कि वह जल्द से जल्द अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुसार किसानों का धान खरीदे और उनका भुगतान सुनिश्चित करें।
माना जा रहा है कि बाबूलाल मरांडी के इस बयान ने किसानों की समस्याओं को फिर से उजागर किया है, और सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किा है, ताकि वह अपनी नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करे और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए।