पटना: बिहार विधानसभा में बुधवार को गंगा जल को लेकर उस समय हंगामा मच गया जब राजद विधायक मुकेश कुमार यादव ने गंगा नदी के पानी की स्थिति पर सवाल उठाया और गंगा जल की जांच की मांग की। इस दौरान, उन्होंने गंगा जल की एक बोतल लेकर विधानसभा में दिखाया और सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए। इस पर सदन में गरमागरम बहस हुई। स्पीकर नंदकिशोर यादव ने हस्तक्षेप करते हुए विधायक को फटकार लगाई और सदन में शांति बनाए रखने की कोशिश की।
विधायक ने कहा- दस साल में नहीं उठाए गए ठोस कदम
राजद विधायक मुकेश यादव ने सदन में गंगा जल की शुद्धता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह गंगा सफाई अभियान के तहत हो रहे कार्यों से पूरी तरह असंतुष्ट हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने गंगा की सफाई के लिए 10 साल से ज्यादा समय तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए। इसके बाद, विधायक ने एक बोतल में गंगा जल निकाल कर स्पीकर के सामने रख दिया और कहा कि यह जल पूरी तरह से अशुद्ध हो चुका है। उनका कहना था कि, “आप जांच कराइए, गंगा जल अब पूरी तरह गंदा हो गया है और इसकी शुद्धता में कोई सुधार नहीं हुआ है।”
सदन में हंगामे की स्थिति, स्पीकर का हस्तक्षेप
गंगा जल के मुद्दे पर विधानसभा में नोकझोंक होने पर स्पीकर नंदकिशोर यादव ने विधायक को तगड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में बिना अनुमति के कोई चीज लाना उचित नहीं है। गंगा जल की जांच सदन की समिति नहीं कर सकती। स्पीकर ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि सदन में शांति बनाए रखना सभी का कर्तव्य है।
सरकार का जवाब, चल रहा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम
मामले को लेकर वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने जवाब दिया और कहा कि सरकार गंगा की सफाई के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 32 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने हैं। इनमें से 13 बन चुके हैं। ट्रीटमेंट प्लांट बन जाने के बाद गंगा जल की शुद्धता में निरंतर सुधार होगा। सरकार की ओर से यह दावा किया गया कि गंगा की सफाई में बाधाएं दूर करने के लिए कार्य जारी है।
जवाब पर संतुष्ट नहीं हुए राजद विधायक
हालांकि, इस मामले में जवाब पर विधायक मुकेश यादव का आक्रोश शांत नहीं हुआ। उन्होंने मंत्री के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इतने सालों बाद भी काम की गति बहुत धीमी है। उन्होंने समय सीमा पूछते हुए कहा कि जब तक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पूरी तरह से तैयार नहीं होते, तब तक गंगा जल की स्थिति में कोई सुधार नहीं होगा।
गंगा सफाई अभियान पर राजनीतिक विवाद
राजद विधायक के सवालों के बाद, यह गंगा जल सफाई अभियान के मुद्दे ने विधानसभा में एक राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया है। विपक्षी दलों ने गंगा सफाई को लेकर सरकार की विफलता पर निशाना साधा, जबकि सत्ताधारी दल ने इसके जवाब में गंगा जल की सफाई की दिशा में किए गए प्रयासों को प्रस्तुत किया।
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