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HAZARIBAGH VIOLENCE: हजारीबाग हिंसा पर बीजेपी झारखंड हुई आक्रामक, जानें सरकार को क्या कहा प्रवक्ता ने

अजय साह ने यह भी कहा कि 2022 में रांची में हुए दंगे को लेकर सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। उन्होंने कहा कि राजधानी में दिनदहाड़े उपद्रव हुआ था, लेकिन आज तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि इसके पीछे का मास्टरमाइंड कौन था।

by Anurag Ranjan
HAZARIBAGH VIOLENCE: हजारीबाग हिंसा पर बीजेपी झारखंड हुई आक्रामक, जानें सरकार को क्या कहा प्रवक्ता ने
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रांची : हजारीबाग जिले के इचाक में महाशिवरात्रि के दिन हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने इस हिंसा को सिर्फ एक दिन की घटना नहीं, बल्कि पिछले पांच वर्षों की नीतियों और सोच का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि यह हिंसा झारखंड को भीतर से कमजोर करने की लंबी प्रक्रिया का हिस्सा है, जो कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की तुष्टिकरण नीति के कारण बढ़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और जेएमएम की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति राज्य में अराजकता का कारण बन रही है।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जबरन स्कूलों को शुक्रवार को बंद करवाना, अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देना, स्लीपर सेल को राजनीतिक संरक्षण देना, आदिवासी लड़कियों को ‘लव जिहाद’ का शिकार बनाना, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों का विस्तार और बड़े पैमाने पर धर्मांतरण को बढ़ावा देना इस नीति का हिस्सा हैं। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में मुस्लिम तुष्टिकरण की कई घटनाओं का जिक्र किया, जिनसे राज्य की सांप्रदायिक स्थिति खराब हो रही है।

रांची में भी हुआ था दंगा

अजय साह ने यह भी कहा कि 2022 में रांची में हुए दंगे को लेकर सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। उन्होंने कहा कि राजधानी में दिनदहाड़े उपद्रव हुआ था, लेकिन आज तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि इसके पीछे का मास्टरमाइंड कौन था। ये घटनाएं यह संकेत देती हैं कि उपद्रवियों को यह आभास है कि राज्य सरकार उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेगी, जिससे उनका मनोबल बढ़ रहा है।

झारखंड में बढ़ रहे आतंकवादी संगठन

अजय साह ने आगे कहा कि हेमंत सरकार की तुष्टिकरण नीति ने झारखंड में आतंकवादी संगठनों को बढ़ने का अवसर दिया है। उन्होंने राज्य में अल-कायदा के आतंकवादी संगठन के विस्तार का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार के किसी भी मंत्री ने डॉ इश्तियाक अहमद के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया, जो राज्य में अल-कायदा को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। इससे यह साफ होता है कि राज्य सरकार की तुष्टिकरण नीति से आतंकी संगठन भी लाभान्वित हो रहे हैं।

दोषियों की पहचान लेकिन कार्रवाई नहीं

हजारीबाग हिंसा पर उन्होंने हैरानी जताई कि जबकि दोषियों की पहचान स्पष्ट हो चुकी है, सरकार के एक मंत्री हिंदू समाज को परोक्ष रूप से धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि झारखंड सरकार अपनी तुष्टिकरण की नीतियों को तुरंत नहीं बदलती, तो राज्य उपद्रवियों के नियंत्रण में चला जाएगा। अजय साह ने कहा कि भाजपा राज्य में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए किसी भी कदम से पीछे नहीं हटेगी।

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