Home » RANCHI NEWS : आदिवासियों की पहचान मिटाने की साजिश कर रही केंद्र सरकार, जानें ऐसा क्यों कहा कांग्रेस के नेताओं ने

RANCHI NEWS : आदिवासियों की पहचान मिटाने की साजिश कर रही केंद्र सरकार, जानें ऐसा क्यों कहा कांग्रेस के नेताओं ने

by Vivek Sharma
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

रांची: झारखंड में जनगणना प्रपत्र में अलग सरना धर्म कोड की मांग को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को राजभवन के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह जनगणना प्रपत्र से अन्य धर्म विकल्प को हटाकर आदिवासियों की पहचान मिटाने की साजिश कर रही है।

झारखंड प्रभारी के राजू ने कहा कि सरना धर्मकोड आदिवासियों का मौलिक हक है। इसको सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी कांग्रेस पार्टी की है। कांग्रेस लगातार यह मांग कर रही है अब हम सड़कों पर उतरे हैं और इसे लेकर बहुत जल्द दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी धरना आयोजित किया जाएगा। इसके बाद राष्ट्रपति महोदया से मिलकर इसे लागू कराने को लेकर आग्रह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार तीन काले कृषि कानून को निरस्त करवाया, जातीय जनगणना कैबिनेट से पास कराया और उसका रास्ता खुलवाया ठीक उसी प्रकार सरना धर्म कोड भी हम सातवें कॉलम में डलवा कर रहेंगे। हम आदिवासियों की पहचान खोने नहीं देंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि केन्द्र सरकार आदिवासियों के हक और अधिकार का हनन कर रही है। केन्द्र सरकार एक षड़यंत्र के तहत आदिवासियों के धार्मिक अस्तित्व को मिटाने का प्रयास कर रही है।

आदिवासियों के हिंदूकरण करने का आरोप

वहीं, विधायक नमन विक्सल कोनगारी ने भाजपा पर आदिवासियों का ‘हिंदूकरण’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी जल, जंगल और जमीन पर कब्जा कराना चाहती है। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि सरना धर्म आदिवासियों की पहचान और अस्तित्व से जुड़ा मुद्दा है और जब तक इसे मान्यता नहीं मिलती, आंदोलन जारी रहेगा। लोहरदगा के सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि जिस तरह राहुल गांधी की मांग पर केंद्र सरकार जातीय जनगणना के लिए तैयार हुई, उसी तरह अब सरना धर्म कोड को भी मान्यता देनी होगी।

चुप्पी साधे बैठी है भाजपा

पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि विधानसभा से पारित प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा जा चुका है, लेकिन भाजपा चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक संघर्ष को तेज करेगी। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जरूरत पड़ने पर दिल्ली के जंतर-मंतर तक आंदोलन ले जाने की चेतावनी दी। वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि जब तक सरना धर्म कोड को मान्यता नहीं दी जाती, अनुसूचित जनजाति के लाखों लोग जनगणना फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे।

इनकी रही मौजूदगी

इस धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी के राजू, सह प्रभारी श्रीबेला प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सलाहकार प्रणव झा, कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी, सांसद कालीचरण मुंडा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।

Related Articles