Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के पाण्ड्राशाली ओपी क्षेत्र के ग्राम गम्हरिया के समीप हुए मुण्डा मंजीत हाईबुरू (32) हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। बीते 11-12 मई की रात बासाहातु निवासी मंजीत हाईबुरू की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद मृतक के भाई शेखर हाईबुरू ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था।
इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर बहामन टूटी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया और त्वरित गति से जांच शुरू की गई। गहन अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने दो आरोपियों, गंगाराम तियु (30) और नागुरी तियु (35) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
चाचा की मौत का बदला लेने के लिए रची साजिश
पूछताछ में मुख्य आरोपी गंगाराम तियु ने चौंकाने वाला कबूलनामा किया। उसने पुलिस को बताया कि उसके चाचा बागुन तियु की कुछ समय पहले एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। गंगाराम को शक था कि इस दुर्घटना के पीछे मंजीत हाईबुरू का हाथ था। इसी प्रतिशोध की आग में जलते हुए गंगाराम ने मंजीत हाईबुरू की हत्या की साजिश रची।
हत्या में प्रयुक्त हथियार और अन्य सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, धारदार चाकू, ग्लब्स (दस्ताने), मोटरसाइकिल और घटना के समय आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़े बरामद कर लिए हैं। इसके अतिरिक्त, पुलिस को घटनास्थल से दो खोखा (कारतूस के खाली खोल) भी मिले हैं, जो इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार की पुष्टि करते हैं।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में पाण्ड्राशाली ओपी के प्रभारी मृणाल कुमार सहित पुलिस बल के अन्य सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई, जिनकी तत्परता और कुशल जांच के चलते इस हत्याकांड का खुलासा हो सका और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सका। यह घटना बदले की भावना में किए गए अपराध का एक और दुखद उदाहरण है।


