चतरा : झारखंड के चतरा जिले में भ्रष्टाचार के मामले ने एक बड़ा एक्शन प्रकाश में आया है। वशिष्ठनगर (जोरी) थाना प्रभारी और एक पुलिस अवर निरीक्षक पर रिश्वत लेने का आरोप सामने आया। इस मामले में जिले के एसपी विकास पांडेय ने गहन जांच के बाद दोनों पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई एक ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद की गई, जिसमें रिश्वत लेने की बातचीत साफ सुनाई दी थी।
30 हजार रुपये रिश्वत की मांग
घटना की शुरुआत दो दिसंबर को हुई, जब चतरा जिले के शेरपुर निवासी शालीग्राम यादव ने एसपी से शिकायत की। उनके अनुसार, उनके रिश्तेदार की गाड़ी जोरी मोरैनवा मोड़ पर पलट गई थी, और पुलिस ने मामले को दर्ज करने के बदले 30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। पुलिस अवर निरीक्षक अभय कुमार ने उनसे सीधे तौर पर यह राशि मांगी, और बाद में थाना प्रभारी प्रभात कुमार से भी इसकी पुष्टि की गई।
ऐसे हुई रिश्वत की पुष्टि
शालीग्राम यादव के बयान और उनके द्वारा प्रस्तुत ऑडियो रिकॉर्डिंग से यह स्पष्ट हुआ कि रिश्वत की मांग की जा रही थी। पुलिस अवर निरीक्षक अभय कुमार ने ₹30,000 की रकम को लेकर बात की, और यह भी कहा कि अगर यह राशि नहीं दी जाती है तो एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। इस सबके बावजूद जब घायलों ने शिकायत की, तो एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
एसपी की कार्रवाई व आरोप
एसपी विकास पांडेय ने कहा कि इस मामले में दोनों अधिकारियों की करतूत पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला कर्तव्यहीनता, अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता को दर्शाता है। प्रथम दृष्टया इस मामले में जांच पूरी कर दोनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।