Home » RANCHI NEWS : रांची स्मार्ट सिटी के ट्रैफिक पोस्ट की हालत खस्ताहाल, कहीं प्लास्टिक के शेड तो कहीं तिरपाल से चला रहे काम

RANCHI NEWS : रांची स्मार्ट सिटी के ट्रैफिक पोस्ट की हालत खस्ताहाल, कहीं प्लास्टिक के शेड तो कहीं तिरपाल से चला रहे काम

by Vivek Sharma
ranchi smart city
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

रांची : स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल झारखंड की राजधानी रांची में स्मार्ट ट्रैफिक पोस्ट खुद ही बदहाली की कहानी बयां कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित किए गए ये ट्रैफिक पोस्ट अब महज नाम के ‘स्मार्ट’ रह गए हैं। हकीकत ये है कि कई पोस्टों पर प्लास्टिक के शेड लगाए गए हैं, तो कहीं तिरपाल बांधकर ट्रैफिक जवानों के लिए अस्थायी छाया की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं कई पोस्ट की हालत तो जर्जर हो चुकी है। इसके बावजूद विभाग का ध्यान इस ओर नहीं है।

हर मौसम में होती है परेशानी

ट्रैफिक पोस्टों की जर्जर स्थिति के कारण ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को गर्मी, बरसात और ठंड जैसे सभी मौसमों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दिन भर धूप में खड़े रहना, बरसात में भीगना और ठंड में बिना किसी सुरक्षा के ड्यूटी करना उनकी डेली ड्यूटी की कहानी बन चुकी है।

स्मार्ट सिटी का हिस्सा है ये पोस्ट

राजधानी में करीब दर्जनों ट्रैफिक पोस्ट हैं, जहां सुबह से लेकर देर रात तक पुलिस जवान ट्रैफिक संचालन का जिम्मा संभालते हैं। लेकिन इन पोस्टों की स्थिति देखकर नहीं लगता कि ये किसी ‘स्मार्ट सिटी’ का हिस्सा हैं। कई जगहों पर ट्रैफिक बूथ टूटे-फूटे हैं, शेड उखड़ चुके हैं, और कुछ जगहों पर शेड की जगह तिरपाल बांधकर काम चलाया जा रहा है। यह स्थिति न केवल ट्रैफिक पुलिस के लिए असुविधाजनक है, बल्कि शहर की छवि को भी धूमिल कर रही है। आम नागरिकों के लिए ‘स्मार्ट सिटी’ का मतलब आधुनिक सुविधाओं और बेहतर व्यवस्था से है, लेकिन रांची की ट्रैफिक व्यवस्था इससे कोसों दूर नजर आती है।

पोस्ट के अंदर बाहर परेशानी

एक ट्रैफिक जवान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गर्मी के मौसम में पोस्ट के अंदर खड़ा रहना मुश्किल हो जाता है। छाया के अभाव में कई बार उन्हें लू लगने जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। बरसात के समय तिरपाल भी काम नहीं आता और वे भीगते हुए ड्यूटी करते हैं। बांस से बने शेड पर भी खतरा मंडराता रहता है।

जवानों के कंधों पर है पूरा दारोमदार

रांची स्मार्ट सिटी मिशन के तहत करोड़ों रुपये की योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि मूलभूत सुविधाओं तक का ध्यान नहीं रखा जा रहा। स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की बात तो की जा रही है, लेकिन जिन पर यह व्यवस्था टिकी है उन ट्रैफिक जवानों की जरूरतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसे में जरूरत है नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रबंधन ट्रैफिक पोस्ट की स्थिति पर गंभीरता से ध्यान दें। सुविधाओं से युक्त ट्रैफिक बूथ बनाए जाएं ताकि जवानों को सुरक्षित और आरामदायक वातावरण मिल सके।

Read Also- Yoga Guru Baba shivanand passed-away : पद्मश्री योग गुरु बाबा शिवानंद का 129 वर्ष की आयु में निधन, आज हरिश्चंद्र घाट पर होगा अंतिम संस्कार

Related Articles