नई दिल्ली : रोहिणी के बुध विहार थाना क्षेत्र में राणा कॉम्प्लेक्स, गेट नंबर 2, रिठाला स्थित एक चार मंजिला फैक्ट्री में 24 जून की शाम 7:29 बजे लगी भीषण आग में फंसकर जलने से चार लोगों की मौत हो गई। इस दुखद हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। इनमें दो की स्थिति नाजुक बनी हुई है, जिनमें फैक्ट्री मालिक का बेटा भी है।
दिल्ली फायर सर्विस ने 16 दमकल गाड़ियों की मदद से 12 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार सुबह आग पर पूरी तरह से काबू पाया। पुलिस अबतक मारे गए चार लोगों में से एक मृतक राकेश अरोड़ा (69) की ही पहचान कर पाई है, जिनका फैक्ट्री की तीसरी और चौथी मंजिल पर डिस्पोजल आइटम का गोदाम था, जिसे उन्होंने किराए पर लिया हुआ था। शेष तीन मृतकों की पहचान अभी नहीं हो सकी है।
डीसीपी रोहिणी राजीव रंजन के अनुसार, आग राणा कॉम्प्लेक्स में निचली मंजिलों से शुरू हुई और तेजी से ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। फैक्ट्री में प्लास्टिक और रेडीमेड बैग निर्माण का काम होता था। भूतल और पहली मंजिल पर बैग निर्माण इकाई थी, जिसे भवन मालिक सुरेश बंसल के बेटे नितिन बंसल (31) संचालित करते थे। दूसरी मंजिल पर आनंद कपड़ा संबंधी काम करता था, जबकि तीसरी और चौथी मंजिल राकेश अरोड़ा को किराए पर दी गई थीं। आग ने तेजी से पूरी इमारत को चपेट में लिया, जिससे कई लोग फंस गए।
दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि आग की सूचना 7:25 बजे मिली। भारी धुआं और गर्मी के कारण बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण रहा। दमकल कर्मियों ने जेसीबी से दीवार तोड़कर आग बुझाने बुझाने और रेस्क्यू का प्रयास किया।
हादसे में हताहत और बचाव
कैट्स एंबुलेंस की सहायता से तीन घायलों नितिन बंसल (31) व राकेश (30) 80% जल गए हैं, वहीं वीरेंद्र (25) धुएं में फंस गए थे और उन्हें सांस लेने में तकलीफ है को डॉ. बीएसए अस्पताल पहुंचाया गया । नितिन और राकेश को बाद में आरएमएल अस्पताल रेफर किया गया। रेस्क्यू के दौरान देर रात 1:15 बजे, पहली मंजिल से तीन जले हुए शव बरामद हुए, जिनकी पहचान नहीं हो सकी। सुबह चौथी मंजिल से राकेश अरोड़ा का शव मिला।
डीएनए जांच से हुई राकेश अरोड़ा की पहचान
पुलिस अधिकारी ने बताया कि फैक्ट्री की ऊपरी मंजिलों पर डिस्पोजल आइटम का गोदाम चलाने वाले वृद्ध राकेश अरोड़ा का शव भी अन्य तीन की तरह बुरी तरह से जल चुका था। उनकी पहचान करने के लिए परिवार की मैड्स सभी मृतकों के डीएनए मैच कराए गए, जिसके बाद उनकी पहचान हो पाई। पुलिस अब अन्य तीन के पहचान के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाएगी। तत्काल फैक्ट्री रिकॉर्ड की जांच व जो लोग गायब हैं उनका पता लगाया जा रहा है, ताकि पता चले की वे हैं कौन।
वैसे अब तक आग लगने के सही कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस और दमकल विभाग आग के कारणों की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक आशंका शॉर्ट सर्किट की है, इसके बाद फिर से फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और एनओसी दिए जाने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस ने ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। अपराध और फोरेंसिक टीमें मौके पर सबूत जमा कर रही हैं।
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