नई दिल्ली: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद अब नगर निगम चुनावों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। बीजेपी की ओर से “ट्रिपल इंजन” सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है, जिसमें पार्टी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पर भी अपनी पकड़ बनाने की कोशिश में है।
AAP के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल
दिल्ली के आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन मौजूदा पार्षदों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इनमें एंड्रयूज गंज से पार्षद अनीता बसोया, आरके पुरम से पार्षद धर्मवीर और चपराना वार्ड 152 से पार्षद निखिल शामिल हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन तीनों पार्षदों को पार्टी में शामिल कर उनका स्वागत किया। इस कदम को बीजेपी के लिए एक रणनीतिक सफलता माना जा रहा है, क्योंकि अब पार्टी को एमसीडी में भी एक मजबूत आधार मिलेगा।
एमसीडी चुनाव पर बीजेपी की नजरें
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि AAP को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का चुनाव इसी साल अप्रैल में होने वाला है और बीजेपी की पूरी कोशिश होगी कि वह एमसीडी में भी अपनी पूरी पकड़ बना सके। एमसीडी चुनाव की अहमियत इस लिहाज से भी बढ़ गई है क्योंकि इस बार बीजेपी के पास और भी अधिक ताकत होगी, खासकर अब जब AAP के तीन पार्षद पार्टी में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी का यह कदम दिखाता है कि पार्टी एमसीडी के चुनाव में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। बीजेपी ने अब तक दिल्ली नगर निगम में अपनी सशक्त उपस्थिति बनाई हुई है और आगामी मेयर चुनाव में भी अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है।
मेयर चुनाव का पिछला हाल
दिल्ली नगर निगम का मेयर चुनाव नवंबर 2024 में हुआ था, लेकिन उस चुनाव में महेश खिंची (AAP) ने बीजेपी के किशन लाल को केवल तीन वोटों से हराया था। उस समय कुल 263 वोट डाले गए थे, जिनमें से महेश खिंची को 133 वोट मिले थे, जबकि किशन लाल को 130 वोट मिले थे। इस नजदीकी मुकाबले ने दिल्ली में एमसीडी के चुनावों को और भी दिलचस्प बना दिया था। अब जबकि बीजेपी के पास ज्यादा ताकत और समर्थन है, पार्टी यह उम्मीद कर रही है कि एमसीडी चुनाव में इसका फायदा मिलेगा।
बीजेपी की ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनाने की रणनीति
बीजेपी की रणनीति “ट्रिपल इंजन” सरकार बनाने की दिशा में है, जिसमें राज्य, केंद्र और अब नगर निगम में भी पार्टी का दबदबा बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली विधानसभा में बीजेपी की मजबूत उपस्थिति ने उसकी नजरें अब एमसीडी पर भी केंद्रित कर दी हैं। बीजेपी का मकसद है कि वह दिल्ली में त्रिस्तरीय सरकार बनाने में सफल हो, ताकि पार्टी की नीतियां और योजनाओं को व्यापक स्तर पर लागू किया जा सके।
बीजेपी की बढ़ती ताकत
आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से यह साफ होता है कि दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आ सकता है। बीजेपी के पास अब एमसीडी में भी अधिक ताकत होगी और वह आने वाले चुनावों में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। “ट्रिपल इंजन” सरकार बनाने की ओर बढ़ते हुए, बीजेपी अब दिल्ली के सभी प्रमुख प्रशासनिक क्षेत्रों में अपनी प्रभावी उपस्थिति स्थापित करने की कोशिश में है। इस बार के चुनाव में बीजेपी को मिली यह बढ़त AAP के लिए एक चुनौती साबित हो सकती है, क्योंकि पार्टी को अब एमसीडी चुनावों में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।