Garhwa (Jharkhand) : झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र स्थित घघरी गांव से एक बेहद शर्मनाक और दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक 21 वर्षीय अविवाहित दलित युवती ने एक बच्ची को जन्म दिया, जिसकी जन्म के कुछ देर बाद ही मौत हो गई। आरोप है कि गांव के ही 60 वर्षीय यमुना प्रसाद जायसवाल ने शादी का झांसा देकर युवती के साथ दुष्कर्म किया था।
झूठी दिलासा देकर लगातार करता रहा यौन शोषण
पीड़िता और उसके परिजनों ने बताया कि करीब एक साल पहले यमुना प्रसाद जायसवाल ने युवती के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए थे। जब परिजनों ने इसका विरोध किया, तो आरोपी ने युवती से शादी कर उसे पत्नी बनाने का वादा किया। इस झूठे वादे के चलते वह लगातार उसका यौन शोषण करता रहा, जिसके बाद युवती गर्भवती हो गई।
आरोपी ने युवती को धोखे में रख कर कराया प्रसव
जब युवती के गर्भवती होने की जानकारी यमुना प्रसाद जायसवाल को दी गई और शादी का दबाव बनाया गया, तो आरोपी ने उसे भरोसा दिलाया कि वह बच्चे को जन्म दे, वह उसे स्वीकार कर लेगा और शादी कर लेगा। इस धोखे पर विश्वास करके युवती ने नौ महीने तक बच्चे को गर्भ में पाला।
प्रसव पीड़ा होने पर अपनाने से किया इन्कार
रविवार को जब उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो आरोपी ने उसे अपनाने से साफ इनकार कर दिया। परिजन उसे आनन-फानन में एक ऑटो से अस्पताल ले जा रहे थे, तभी युवती ने रास्ते में ही बच्ची को जन्म दिया। दुर्भाग्य से, जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गई। फिलहाल, प्रसूता की गंभीर हालत को देखते हुए उसे इलाज के लिए धुरकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है, जहां एएनएम रेणु कुमारी उसका इलाज कर रही हैं।
मुखिया प्रतिनिधि ने की न्याय की मांग
घघरी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अशोक राम ने इस घटना को बेहद दुखद बताया और कहा कि पीड़िता एक गरीब दलित परिवार से है और उसे हर हाल में न्याय मिलना चाहिए। इस मामले में धुरकी थाना प्रभारी जनार्दन राउत ने बताया कि पुलिस को अभी तक पीड़िता या उसके परिजनों की ओर से कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आवेदन मिलते ही तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।