गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के घाघरा गांव में देशी मशरूम खाने के कुछ ही देर बाद एक परिवार के छह सदस्यों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सभी को गिरिडीह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि सभी ने खेत में उगे देशी मशरूम (फूटका/रुगड़ा/खुखड़ी) को पकाकर खाया था।
Giridih Health News : देशी मशरूम खाने के बाद उल्टी, दस्त की शिकायत
बीमार लोगों की पहचान राजेश वर्मा, मनीता देवी, अभिलाषा कुमारी, सोनम कुमारी, वर्षा कुमारी और आयुष कुमार के रूप में हुई है। राजेश वर्मा ने बताया कि मशरूम उनके खेत में ही उगा था। खाने के तुरंत बाद सभी को उल्टी और बेचैनी होने लगी, जिसके बाद परिजनों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया।
चिकित्सकों ने बताया फूड प्वाइजनिंग का मामला
सदर अस्पताल के डॉक्टर पंकज प्रसाद वर्मा ने बताया कि यह फूड प्वाइजनिंग का मामला है। उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में देशी और जंगली मशरूम का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि सभी मशरूम खाने योग्य नहीं होते।
Giridih Health News : मानसून में फूड सेफ्टी जरूरी, डॉक्टरों की अपील
डॉ. वर्मा ने यह भी कहा कि मानसून के मौसम में बासी और भारी भोजन से बचना चाहिए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
केवल साफ-सुथरा भोजन करें
उबालकर ठंडा किया गया पानी पिएं
सड़क किनारे बिकने वाले असत्यापित खाद्य पदार्थों से दूर रहें
उन्होंने यह भी कहा कि इन दिनों अस्पताल में लूज मोशन और फूड प्वाइजनिंग के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
जंगली मशरूम खाने में हमेशा रहता है ज़हर का खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, सभी देशी मशरूम सुरक्षित नहीं होते। कुछ मशरूम जहरीले होते हैं, जिन्हें पहचानना आम लोगों के लिए मुश्किल होता है। अक्सर लोग स्वादिष्ट समझकर इनका सेवन कर लेते हैं, जो जानलेवा हो सकता है।
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