गोरखपुर : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्वी जोन बैठक में रविवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब सत्यम लॉन, देवरिया बाइपास पर चल रही बैठक के दौरान दो पूर्व ब्लॉक अध्यक्षों पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया गया। इस हमले में उरुवा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी और गोला के पूर्व अध्यक्ष जयप्रकाश तिवारी घायल हो गए।
घटना के बाद मौके पर रामगढ़ताल थाने की पुलिस पहुंच गई और मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हुई। जयप्रकाश तिवारी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि सच्चिदानंद तिवारी ने थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।
क्या है पूरा मामला?
सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि वह, जयप्रकाश तिवारी, सुखराम यादव और जीतबंधन प्रसाद के साथ बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। कुछ दिन पहले उन्हें पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह निष्कासन जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी के इशारे पर किया गया।
सच्चिदानंद का कहना है कि वह राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय के समक्ष अपना पक्ष रखना चाहते थे, लेकिन जैसे ही वे मंच की ओर बढ़े, वहां मौजूद श्रीश उपाध्याय, जयगोविंद, विनोद पांडेय और आलोक शुक्ल* ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी ने सबको उकसाया कि इन्हें पीटकर बाहर निकालो। फिर उन पर हमला कर दिया गया।
112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को दी सूचना
सच्चिदानंद तिवारी ने कहा कि मारपीट के बाद उन्होंने 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। मौके पर रामगढ़ताल थाने की टीम पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। उनका आरोप है कि एक हफ्ते पहले भी जिला कांग्रेस कार्यालय में उनके साथ मारपीट हुई थी।
अविनाश पांडेय को सौंपा गया ज्ञापन
घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सत्यम लॉन पहुंचे। सच्चिदानंद तिवारी ने उन्हें ज्ञापन सौंपा और सारी घटना की जानकारी दी। अजय राय ने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
इस बैठक में पूर्वी जोन के 12 जिलों से लगभग 400 पदाधिकारी शामिल हुए थे। बैठक का उद्देश्य था संगठन को मजबूती देना और भाजपा के खिलाफ रणनीति तैयार करना। इस दौरान अविनाश पांडेय, अजय राय, सुप्रिया श्रीनेत और सत्यनारायण पटेल जैसे नेता मौजूद रहे।


