- – ग्रेटर कैलाश पुलिस ने डमी उम्मीदवार, स्कूल के शिक्षक, कर्मचारी और एक महिला को गिरफ्तार किया
नई दिल्ली : दक्षिण जिला की ग्रेटर कैलाश पुलिस ने एक सरकारी नौकरी परीक्षा में नकल के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने डमी उम्मीदवार सुमित दहिया, एक निजी स्कूल के शिक्षक बिमल कुमार सिंह, कार्यालय अधीक्षक बलजीत सिंह और एक महिला को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की जूनियर सचिवालय सहायक पद की परीक्षा में नकल के मामले में की गई, जो सीबीएसई द्वारा आयोजित की गई थी।
डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि 18 मई को, ग्रेटर कैलाश-I के हेमकुंट कॉलोनी में एक निजी स्कूल में सीबीएसई द्वारा आयोजित जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की गैर-शिक्षण कर्मचारी भर्ती परीक्षा में एक उम्मीदवार के स्थान पर डमी उम्मीदवार द्वारा परीक्षा देने की सूचना मिली। गश्त पर तैनात पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।
स्कूल के प्रिंसिपल ने एक उम्मीदवार, अंकुर की जगह सुमित दहिया द्वारा परीक्षा देने की घटना की जानकारी दी। शिकायत के आधार पर, ग्रेटर कैलाश पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। एक विशेष टीम ने जांच में सुमित दहिया को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान, सुमित ने स्कूल के शिक्षक बिमल कुमार सिंह, कार्यालय अधीक्षक बलजीत सिंह और एक महिला की संलिप्तता का खुलासा किया, जिन्होंने उसकी परीक्षा केंद्र में प्रवेश की सुविधा प्रदान की थी।
इसके बाद इन तीनों को भी गिरफ्तार किया गया।पूछताछ में सुमित दहिया ने बताया कि एक बिचौलिये ने उसे मूल उम्मीदवार अंकुर की जगह जूनियर सचिवालय सहायक पद की परीक्षा में डमी उम्मीदवार के रूप में शामिल होने के लिए 6 लाख रुपये का लालच दिया था। सुमित ने एक महिला, जो उसे पहले से जानती थी और स्कूल के कर्मचारियों से संपर्क रखती थी, को 2 लाख रुपये देने की पेशकश की ताकि वह उसका परीक्षा केंद्र में प्रवेश सुनिश्चित कर सके।
इस महिला ने सुमित को स्कूल के शिक्षक बिमल कुमार सिंह और कार्यालय अधीक्षक बलजीत सिंह से मिलवाया। दोनों को 50-50 हजार रुपये दिए गए ताकि सुमित बिना किसी रुकावट के परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सके और परीक्षा दे सके।डीसीपी ने बताया कि पुलिस मूल उम्मीदवार अंकुर और बिचौलिये को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। जांच जारी है, और इस रैकेट के अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।