Home » ब्रिटेन में रह रहे भारतीय वहीं से कर सकेंगे अपने बिल का ऑनलाइन भुगतान, जानें कैसे?

ब्रिटेन में रह रहे भारतीय वहीं से कर सकेंगे अपने बिल का ऑनलाइन भुगतान, जानें कैसे?

by Rakesh Pandey
ब्रिटेन में रह रहे भारतीय वहीं से कर सकेंगे अपने बिल का ऑनलाइन भुगतान
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

सेंट्रल डेस्क। अप्रवासी भारतीयों के लिए यह किसी खुशखबरी से कम नहीं है कि वे ब्रिटेन में बैठे-बैठे अपने बिलों का ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। जी-20 समिट के दौरान ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय प्रवासियों (NRI) के लिए एक बड़ी खुशखबरी के रूप में सामने आई है। एनआरआई अब भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) के जरिए यूके में सीमा पार से अपने बिलों का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI), नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT), वॉलेट, डेबिट और क्रेडिट कार्ड जैसे तरीकों से सीधे भुगतान कर पाएंगे।

कनाडा व सिंगापुर में भी सुविधा प्रदान करने की तैयारी

एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नूपुर चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा प्रारंभिक ध्यान मध्य पूर्व के देशों जैसे ओमान, कुवैत, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात पर था। वहां बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय (NRI) हैं। अब यह यूके में सीमा पार बिल भुगतान के लिए भी लाइव होने वाला है। उन्होंने कहा कि बाद में हम कनाडा और सिंगापुर जैसे महत्वपूर्ण एनआरआई वाले देशों में भी चालू करेंगे।

कई देशों से प्राप्त हो रहे अनुरोध

दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में चल रहे जी-20 समिट में भारतीय रिजर्व बैंक के इनोवेशन पवेलियन में नूपुर चतुर्वेदी ने कहा कि उन्हें अपने संबंधित देशों में इस सुविधा का विस्तार करने के लिए एनआरआई से कई अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। बता दें कि भारत बिल भुगतान प्रणाली भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की ओर से संचालित एक आरबीआई संकल्पित प्रणाली है। यह इंटरऑपरेबल और सुलभता के साथ सभी बिलों के भुगतान के लिए वन-स्टॉप इकोसिस्टम के रूप में काम करता है।

बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन, बीमा आदि के बिलों का कर सकेंगे भुगतन

इस सिस्टम के माध्यम से बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन, डीटीएच और बीमा समेत विभिन्न प्रकार के बिलों का भुगतान कभी भी, कहीं भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जी-20 समिट के पहले दिन आरबीआई के पवेलियन स्टॉल पर अब तक करीब 20-21 यूपीआई पेमेंट हो चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि जर्मनी, चीन, नाइजीरिया, ब्राजील, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना, थाईलैंड समेत कई देशों के प्रतिनिधियों, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने यूपीआई लेनदेन किया।

READ ALSO : SBI अमृत कलश योजना क्या है? जानें क्या हैं इस योजना के फायदे?

Related Articles