जयपुर : राजस्थान में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्शन दिखाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर रविवार को प्रशासन ने Jaipur में अभियान चलाकर सड़क किनारे चल रही मीट की दुकानों व बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की। इससे दिनभर मीट कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा। प्रशासन की इस कार्रवाई का कुछ लोगों ने स्वागत किया है, तो कुछ लोग गलत बता रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जयपुर में जहां-तहां खुलेआम मीट की दुकानें और बूचड़खाना चलाया जा रहा है। गहलोत सरकार में इसकी शिकायत कई बार की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अवैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जब मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली, तो सबसे पहले उन्होंने अवैध मीट व बूचड़खानों के खिलाफ अभियान चलाकर उसे बंद कराया था। अब उसी रास्ते पर राजस्थान में भजनलाल सरकार भी चल कर रही है।
Jaipur में 40 दुकानों को किया गया सीज
रविवार को प्रशासन ने प्रदेश भर में अवैध मीट की दुकानों व बूचड़खानों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान सिर्फ Jaipur में 40 से अधिक मीट दुकानों व दो बूचड़खानों को सीज किया गया। वहीं, जयपुर नगर निगम ने झोटावाड़ा, सांगानेर और विद्याधरनगर में कार्रवाई करते हुए 350 किलो अवैध मीट को जब्त कर उसे फिनाइल से नष्ट किया। वहीं, 15 बकरे और पांच पेटी मछलियां भी जब्त की गई।
Jaipur नगर निगम ने 24 घंटे का दिया अल्टीमेटम
Jaipur नगर निगम के कार्रवाई को देखते हुए आधे से अधिक मीट कारोबारी अपने-अपने दुकानों को बंद कर भाग गए। हालांकि, Jaipur नगर निगम की ओर से उन्हें अगले 24 घंटे का समय दिया गया है। अगर वे अपनी दुकानों को बंद नहीं किए तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैसे लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।
नगर निगम की पशु प्रबंधन समिति के उपायुक्त हरेंद्र सिंह ने बताया कि अवैध बूचड़खानों व दुकानों को सीज करने के साथ ही इनके चालान भी काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, जिससे शहर में अवैध रूप से चल रहीं मीट की दुकानों को बंद कराया जा सकें।
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