Jamshedpur : जमशेदपुर का ऐतिहासिक आमबगान मैदान अब अपनी आभा खो चुका है। यह मैदान कम वाहनों की पार्किंग अधिक लग रहा है। यहां अवैध गैराज मालिकों ने अंदर दुकानें बना ली हैं। इनकी कारें और अन्य वाहन पूरे मैदान में यहां वहां खड़े कर दिए गए हैं। हालात यह हैं कि मैदान में स्थापित की गई नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर भी अस्तित्व का संकट मंडराने लगा है।
यह प्रतिमा जमशेदपुर पश्चिम के विधायक मृगेंद्र प्रताप सिंह की निधि से बनवाई गई थी। बाद में इसका सौंदर्यीकरण विधायक सरयू राय की निधि से हुआ था। इस मैदान में एसडीओ सूरज कुमार के कार्यकाल में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला था। तब यहां के एक चर्चित गैराज मालिक को हिरासत में ले लिया गया था। बाद में उसे चेतावनी देकर छोड़ा गया था कि अब वह यहां गैराज नहीं रखेगा। मगर, बाद में उसने यहां अपना गैराज फिर स्थापित कर लिया। यहां से तब जो अतिक्रमण हटाया गया था वहां टाटा स्टीलयूआइएसएल ने पार्क बनाने का काम शुरू किया था। मगर, अब यह योजना अधूरी ही रह गई।
अतिक्रमण हटाने की विधायक ने उठाई मांग
जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शनिवार को साकची स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदान का जायजा लिया। उन्होंने इस मैदान की खस्ताहालत पर गंभीर चिंता जताते हुए पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने मैदान को अवैध पार्किंग, अवैध गैरेज और अतिक्रमण का केंद्र बताते हुए इसे जल्द हटाने की मांग की है। शनिवार को स्थलीय निरीक्षण के दौरान सरयू राय ने देखा कि पूरा मैदान कारों-बसों की अवैध पार्किंग का अड्डा बन चुका है। मैदान के अंदर अस्थायी झोपड़ियां, दुकानें और अतिक्रमण कर लिया गया है, जबकि एक कोने में कश्मीरी उलेन मेला भी लगा हुआ है।
प्रतिमा के पास अंकित है नेता जी का रूट चार्ट
सरयू राय ने कहा कि यह मैदान नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की स्मृति से जुड़ा एक महत्वपूर्ण स्थल है और इसे सम्मानपूर्ण रूप से विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि विधायक निधि से प्रतिमा स्थल की घेराबंदी और सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जा रहा है, परंतु मैदान की वर्तमान स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने उपायुक्त से अनुरोध किया कि जिला प्रशासन, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति और टाटा स्टील के सहयोग से मैदान के विकास की योजना को अंतिम रूप दिया जाए, इसे स्मृति स्थल और सुंदर पर्यटक स्थल के रूप में तैयार किया जाए।
विधायक ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रतिमा स्थल पर एक रूट चार्ज भी अंकित है जो उनकी यात्रा को दर्शाता है कि किस तरह नेता जी भेष बदल कर कोलकाता से गोमो पहुंचे और रेल से यात्रा कर देश से बाहर निकल कर जर्मनी चले गए। वहां से वह सिंगापुर होते हुए जापान गए थे। सरयू राय ने मांग की है कि इस मैदान का नेता जी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर नामकरण किया जाए। इसका सुंदरीकरण हो।
गौरतलब है कि पूर्व डीसी अमिताभ कौशल ने अपने कार्यकाल में एक आदेश निकाल कर आमबगान मैदान में व्यवसायिक गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। मगर, उनका ट्रांसफर होते ही इस मैदान में फिर व्यवसायिक गतिविधियां शुरू हो गईं जिससे मैदान को काफी नुकसान होता है।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एवं सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।
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