Jamshedpur News : महाप्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान उत्पन्न व्यवधान और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के विरोध में बजरंग सेवा दल के बैनर तले लोगों ने जिला प्रशासन से न्याय की मांग की है। इस सिलसिले में गौतम प्रसाद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और एसडीएम धालभूम से मुलाकात कर विधिसम्मत कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में बताया कि 27 जून को हाडतोपा गांव, पंचायत हितकु (जमशेदपुर), में आयोजित महाप्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा में ग्रामसभा के कुछ लोगों द्वारा अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न किया गया। यह यात्रा श्रद्धालुओं की आस्था, संस्कृति और धार्मिक विश्वास से जुड़ी हुई थी, जिसे बाधित करना भारतीय संविधान में प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है।
Jamshedpur News : मामले की जांच की उठाई गई मांग
संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 के तहत सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है। वहीं, पेसा कानून ग्रामसभा को धार्मिक आयोजनों को अनुमति देने या रोकने का अधिकार नहीं देता। इसके बावजूद ग्रामसभा द्वारा आदेश जारी कर यात्रा में बाधा डाली गई।
ज्ञापन में यह भी सवाल उठाया गया कि जब राज्य में पेसा कानून लागू ही नहीं है, तो ग्रामसभा की अधिसूचना कैसे की गई और इनके प्रधानों की नियुक्ति किस प्रक्रिया से हुई? प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि प्रशासन यह भी स्पष्ट करे कि ग्रामसभा के प्रधान का चयन आधिकारिक और अधिसूचित प्रक्रिया के तहत हुआ है या नहीं।
बजरंग सेवा दल ने प्रशासन से अनुरोध किया कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और धार्मिक आयोजनों की गरिमा बनी रहे। ज्ञापन सौंपने वालों में संरक्षक भीष्म सिंह, अध्यक्ष गौतम प्रसाद, उपाध्यक्ष राजकुमार, सचिव धर्मेंद्र शर्मा, संदीप रजक, साकेत सिंहा, अमित सिंह, विशाल, सूरज, सनी सचदेवा, सुजीत यादव, गणेश दुबे और दीपक कुमार प्रमुख रूप से मौजूद थे।