जमशेदपुर: Jamshedpur Women’s University के खेल विभाग की शिक्षिका शांति मुक्ता बारला के माैत पर मंगलवार को शाेक की जगह विवि परिसर में जश्न मनाया जाता नजर आया। विवि की ओर से सोमवार को हुई खेल शिक्षिका की मौत पर मंगलवार को इंडाेर स्टेडियम में शोकसभा आयोजित किया जाना था। इसकी जगह पर इंडोर स्टेडियम में झारखंड बिगेस्ट फेस्ट के तहत कार्यक्रम आयोजित किए गए। शोक की जगह छात्राएं….हो डोह घुट मुझे भी पिला दे शराभी…देख फिर होता है क्या…बालमा रे जालिमा….के गाने पर नाचती नजर आयीं।
आयाेजन के दाैरान रैंप वॉक व डांस के कई इवेंट हुए। इसमें कई आपत्तिजनक गाने बजे। उस पर छात्राएं नाचती दिखीं। वहीं इस पूरे मामले पर विवि प्रशासन का कहना था कि यह कार्यक्रम पहले से ही तय था। इसी वजह से आयाेजन काे स्वीकृति प्रदान की गयी। इसके लिए सभी प्रक्रिया पूरी हाे गयी थीं। विदित हाे शांति मुक्ता बारला का योगदान वीमेंस यूनिवर्सिटी और खेल की दुनिया में भुलाया नहीं जा सकता है।
उन्होंने Jamshedpur Women’s University के छात्राओं को खेल की दुनिया में कई अवॉर्ड और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी। कहा जा रहा था कि अपनी शिक्षिका के माैत पर विवि शाेक मनाएगा। लेकिन इसकी जगह नृत्य संगीत का कार्यक्रम चला।
Jamshedpur Women’s University : छात्र संगठनाें ने जतायी नाराजगी
वहीं इस पूरे घटना पर छात्र संगठनाें ने Jamshedpur Women’s University प्रशासन काे घेरा है। उनका कहना है कि एक शैक्षणिक संस्थान कैसे अपने मानवीय मूल्यों को भूल सकता है। विवि की शिक्षिका के निधन के महज 24 घंटे के अंदर विवि के बड़े प्रशासनिक पदाधिकारियों ने परिसर में नृत्य संगीत प्रतियोगिता के आयाेजन की स्वीकृति प्रदान की।
छात्र आजसू के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि अपने नए नए कारनामे के कारण Jamshedpur Women’s University पहले से ही बदनाम रहा है। अब यह घटना पूरे उच्च शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली है। छात्र संगठन ने कहा कि भले ही इस प्रोग्राम की तिथि पहले से तय हाे लेकिन अगर विवि की किसी शिक्षिका की माैत हाेती है ताे उसके शाेक में इस कार्यक्रम काे स्थगित कर दिया जाना चाहिए था। छात्र आजसू ने कहा कि वह इस पूरे घटना की शिकायत वीडियाे के साथ राजभवन में करेगा।
शाेक सभा की जगह हुआ नाच गाना: दीपक पांडेय
छात्र नेता दीपक पांडे ने कहा कि एक शिक्षिका जिसनेJamshedpur Women’s University के साथ ही जमशेदपुर व झारखंड का नाम राेशन किया था। उनकी माैत पर शोक सभा मानने की जगह नाच गाने के कार्यक्रम के आयोजन की स्वीकृति प्रदान की गयी। हैरान करने वाली बात यह है कि सुबह 10 बजे से ही यह कार्यक्रम शुरू कर दिया गया था। यह बेहद निंदनीय कृत्य है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
छात्र संगठन के विराेध के बाद विवि ने जारी किया शाेक संदेश:
इस पूरे मामले में विवि का रवैया बेहद लापरवाही भरा रहा। जब छात्राओं ने नाच गाने वाले कार्यक्रम का विराेध शुरू हुआ तो विवि ने अपराह्न 3.44 बजे शाेक संदेश जारी किया। इसमें कहा गया कि विवि की शिक्षिका शांति मुक्ता बारला के निधन पर विवि में शाेकसभा आयाेजित करते हुए प्रार्थना की गयी।
विश्वविद्यालय में मानी गलती
पूरे विवाद पर Jamshedpur Women’s University के कुलसचिव डॉ राजेन्द्र जयसवाल ने कहा कि चूक हुई है। विश्वविद्यालय की कुलपति सहित प्रमुख पदाधिकारी सिंडिकेट की बैठक के लिए सिदगोड़ा स्थित दूसरे कैंपस में थे। इस कारण बिष्टुपुर स्थित कैंपस में क्या हो रहा है पता ही नहीं चल सका।
विवादित कार्यक्रम के बाद आयोजित हुई शोकसभा
पूरे मामले में भी बात पैदा होने के बाद आनन फानन में शोक सभा का आयोजन किया गया।इसमें विश्वविद्यालय की तमाम पदाधिकारी और छात्राएं मौजूद रहीं। विश्वविद्यालय की ओर से पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा गया कि डांस का कार्यक्रम बिना अनुमति के आयोजित किया गया था।

शोक व्यक्त करते हुए कुलपति एवं छात्राएं
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