Jamshedpur (Jharkhand) : शहर के मानगो स्थित जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यप्रिय महालिक ने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला।
भाषा पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों पर चिंता
डॉ. महालिक ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “भाषा तभी जीवित रहती है, जब उसका निरंतर प्रयोग किया जाए।” उन्होंने तकनीक के अत्यधिक उपयोग से भाषा पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों पर भी चिंता व्यक्त की और विद्यार्थियों को हाथ से लिखने की आदत बनाए रखने की सलाह दी।
छात्रों ने कविता और क्विज में बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। साक्षी के संचालन में एक कविगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें कई छात्रों ने अपनी स्वरचित कविताएं सुनाकर सभी का मन मोह लिया। इसके अलावा, हिंदी भाषा से संबंधित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाएं व इनकी रही भूमिका
कार्यक्रम में महाविद्यालय के कई वरिष्ठ शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थीं। इनमें डॉ. संजय गोराई, प्रो. सुनीता गुड़िया, डॉ. सुमन कुमारी, डॉ. वाज़दा तबस्सुम, डॉ. संगीता कुमारी समेत अन्य शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सुदेष्णा बनर्जी ने किया। स्वागत भाषण प्रो. सुनीता गुड़िया ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. कंचन गिरि ने प्रस्तुत किया। संयोजन प्रो. हरेन्द्र पंडित ने किया।