Jamshedpur : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के बोड़ाम प्रखंड का एक छोटा सा गांव खोखरो, आज पूरे राज्य के लिए प्रेरणा बन चुका है। यह गांव इन दिनों शहद उत्पादन (Jharkhand Honey Production) में पूरे झारखंड में अव्वल है। यह गांव झारखंड के नक्शे पर उभर चुका है। यहां के सबर जनजाति समुदाय के 45 परिवारों ने पारंपरिक शहद संग्रहण को एक संगठित और व्यावसायिक स्वरूप (Jharkhand Honey Production) में बदलते हुए ‘Boram Honey’ के नाम से एक नई पहचान गढ़ दी है।
परंपरा से व्यापार की ओर बदलाव
सदियों से जंगलों पर निर्भर रहने वाला सबर समुदाय महुआ, पत्ता, झाड़ू और खासकर शहद जैसे गैर-काष्ठ वन उत्पाद (NTFP) पर जीवन यापन करता रहा है। हर साल लगभग दो टन शहद एकत्र होता था, लेकिन सही बाजार, मूल्य और तकनीक की कमी के कारण इनकी मेहनत बेकार जाती थी।
PM-JANMAN योजना से नई शुरुआत
सितंबर 2024 में खोखरो गांव में ‘प्रधानमंत्री जनजातीय सशक्तिकरण योजना’ (PM-JANMAN) के तहत वन धन विकास केंद्र (VDVK) की स्थापना की गई। इसके जरिए सबर परिवारों को शहद संग्रहण, मधुमक्खी पालन, प्रोसेसिंग और मार्केटिंग का प्रशिक्षण मिला।
Jharkhand Honey Production : महिलाओं की भागीदारी और वैज्ञानिक प्रशिक्षण
30 परिवारों को विशेष उपकरण किट (फनल, ग्लव्स, हेलमेट, जार, डावली आदि) दी गई। महिलाओं को हाइजेनिक तरीके से संग्रहण, फिल्ट्रेशन और पैकेजिंग सिखाया गया, जिससे उनकी भागीदारी और आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
Jharkhand Honey Production : Boram Honey बनी ब्रांड नेम

Boram Honey अब केवल शहद का ब्रांड नहीं, बल्कि यह सबर समुदाय की सशक्तिकरण की कहानी बन कर उभरा है। इसकी सुरक्षित पैकेजिंग, वैज्ञानिक गुणवत्ता और आकर्षक लेबलिंग ने इसे बाजार में अलग पहचान दिलाई है।
Jharkhand Honey Production : संगठित विपणन और बाजार से सीधा जुड़ाव
तेजस्विनी महिला किसान उत्पादक संगठन (FPO) और 16 संयुक्त देनदारी समूहों (JLGs) के माध्यम से शहद की बिक्री अब संगठित रूप से हो रही है, जिससे उत्पाद को उचित मूल्य और बाजार तक सीधी पहुंच मिल रही है।
बोड़ाम में सरकार लागू करेगी बी-बाक्स योजना
आगामी योजना के तहत B-Box के माध्यम से मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे शहद उत्पादन के साथ-साथ परागण के माध्यम से जैविक खेती को भी बल मिलेगा। यह पहल जंगल और खेती के बीच एक स्थायी संतुलन स्थापित करेगी।
सबर समुदाय के संघर्ष की कहानी है बोड़ाम हनी
Boram Honey केवल एक उत्पाद नहीं है, यह एक समुदाय के संघर्ष, सीख और संगठन की प्रेरणादायक यात्रा है। खोखरो के सबर परिवारों ने दिखा दिया कि अगर सही अवसर और दिशा मिले, तो सबसे पिछड़ा समझा जाने वाला समाज भी आत्मनिर्भरता की मीठी राह पर अग्रसर हो सकता है।


