

Dhanbad News: धनबाद जिले में अवैध कोयला खनन का कारोबार अब न सिर्फ खुलेआम चल रहा है, बल्कि इससे लोगों की जान और संपत्ति भी खतरे में पड़ती जा रही है। सोमवार को सिजुआ क्षेत्र में हुए भू-धसान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्रशासन की लापरवाही और माफिया की दबंगई आम जनता के जीवन पर भारी पड़ रही है।

मोदीडीह में भू-धसान, 10 परिवार प्रभावित
जोगता थाना क्षेत्र के मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत शबरी बस्ती में तड़के करीब तीन बजे जोरदार आवाज के साथ जमीन धंस गई। अवैध खनन से खोखली हुई जमीन के नीचे धंसने से दो घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि करीब 10 परिवार खतरे में आ गए। पीड़ित अरुण रजक ने बताया कि यह मंजर पहले 2006 में भी देखा था, जब उनका घर गिरा था। अब फिर वही भयावह स्थिति दोहराई गई है।

गोविंद भुइयां ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी जमा पूंजी लगाकर घर बनाया था, लेकिन एक ही झटके में सबकुछ खत्म हो गया। स्थानीय विधायक शत्रुघ्न महतो ने मौके पर पहुंचकर कोलियरी प्रबंधन को तत्काल राहत देने और लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने के निर्देश दिए।

एसडीपीओ कार्यालय के पीछे अवैध खनन का अड्डा
सिजुआ में लोग जहां भू-धंसान से दहशत में हैं, वहीं बाघमारा अनुमंडल में अवैध खनन माफिया बेलगाम हो चुके हैं। एसडीपीओ कार्यालय से महज कुछ ही दूरी पर अंगारपथरा ओपी क्षेत्र के कांटा पहाड़ी के पास खुलेआम अवैध खनन हो रहा है। यहां सैकड़ों मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर कोयला निकाल रहे हैं।
यह इलाका मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी के अंतर्गत आता है, लेकिन यहां जिस तरह से अवैध मुहानों से खनन किया जा रहा है, उससे साफ है कि न कंपनी को फर्क पड़ रहा है, न प्रशासन को। इस अवैध कारोबार का मुख्य सरगना लालटू बताया जा रहा है, जबकि अनूप, बुचून, भोलू और प्रिंस जैसे कई नाम इसमें शामिल हैं।
एसडीपीओ कार्यालय के पास चल रहे अवैध डिपो
जोगता थाना क्षेत्र के बंद परियोजना चालीस नंबर में कई अवैध कोयला डिपो भी चल रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि ये डिपो एसडीपीओ कार्यालय के बिल्कुल करीब हैं। पप्पू और सन्नी नाम के लोग इन डिपो का संचालन कर रहे हैं और खुद को सरकारी प्रतिनिधि बताकर कोयला तस्करी को अंजाम दे रहे हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश और भय
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस अवैध खनन से न केवल जान-माल का खतरा बढ़ रहा है, बल्कि सरकार को राजस्व का भी भारी नुकसान हो रहा है। ग्रामीण कैलाश का कहना है कि इस पूरे गोरखधंधे पर तत्काल रोक लगनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
दिलीप कुमार ने बताया कि उनके घर के नीचे से कोयला निकाला जा रहा है, जिससे घर कभी भी गिर सकता है। वहीं, सविता देवी ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक इस संगठित अपराध को जड़ से नहीं खत्म किया जाएगा, तब तक गरीबों की जान जाती रहेगी।
धनबाद का कोयलांचल आज एक गंभीर संकट से गुजर रहा है, जहां भूगर्भीय असंतुलन, प्रशासन की चुप्पी और माफिया की दबंगई मिलकर आम आदमी की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं।
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