बेरमो : डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा है कि नक्सली सीधा सरेंडर करें। वार्ता की कोई जगह नहीं है। वरना मारे जाएंगे। वे बोकारो जिला के ललपनिया में मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस में बोल रहे थे। 21 अप्रैल को ललपनिया में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में आठ नक्सलियों के मारे जाने के दो दिन बाद ललपनिया पहुंचे और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बड़ी कार्रवाई है, इसके लिए जांबाज कोबरा बटालियन, जगुआर और जिला पुलिस के जवानों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये बहुत ही दुर्दांत नक्सली थे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि नक्सलियों के पास कोई रास्ता नहीं है। वे बस अब अपनी जान बचाने के बारे सोचें। कहा कि राज्य की जो सरेंडर पालिसी है, उसे अपनाते हुए शांति के मार्ग पर आएं अन्यथा मारे जाएंगे। कहा कि वे मुख्य धारा में आएं। जो सरेंडर करेंगे, उसे ओपन जेल में रखा जाएगा, पैसा दिया जाएगा और उनके बच्चों को पढ़ाया भी जाएगा। कानूनी लड़ाई लड़ने में भी मदद की जाएगी।
परंतु समझाने के बाद भी नहीं मानेंगे तो उनका भी वही हस्र होगा जो 21 अप्रैल को 8 नक्सलियों का हुआ है। कहा कि जो भी हिंसा के रास्ते पर हैं, वे मुख्यधारा में लौट जाएं। कहा कि आज पुलिस के पास जो इंटेलिजेंस है, वह इतनी मजबूत है कि नक्सलियों का पूरा डाटा हमारे पास है। उनके बारे में एक एक चीज पुलिस के पास है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के समय एक दो नक्सली की गिरफ्तारी भी हुई है पूछताछ चल रही है।
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