पलामू: बिहार के औरंगाबाद जिले के सोनदाहा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन पर नक्सली हमले के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम ने बुधवार को पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र में नक्सली राम प्रसाद यादव और अभिजीत यादव के घर पर छापेमारी की। पांच घंटे तक चली छापेमारी के दौरान एनआइए की टीम ने नक्सलियों के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। इसके बाद टीम बिहार चली गई। झारखंड के पलामू के साथ ही एनआइए की टीम ने बिहार के औरंगाबाद जिले के अंबा थाना क्षेत्र में कुख्यात नक्सली विनय यादव के घर में छापेमारी की। विनय यादव के दामाद पप्पू यादव के मसहू स्थित गांव में भी छापेमारी हुई।
जानकारी के अनुसार 18 जुलाई, 2016 को सोनदाहा के इलाके में सीआरपीएफ की कोबरा बटालिन एलआरपी पर निकली थी। इस दौरान नक्सलियों ने लैंड माइन ब्लास्ट किया। इसकी चपेट में आकर 10 जवान शहीद हो गए थे। इस मामले में माओवादी पोलित ब्यूरो के सदस्य संदीप यादव, कमांडर नवल भूनिया, राम प्रसाद यादव, अभय यादव और अभिजीत यादव शामिल थे। इस मामले की एनआइए जांच कर रही है। अभिजीत यादव पर दस लाख और राम प्रसाद यादव पर पांच लाख रुपये का इनाम था। दोनों फिलहाल जेल में बंद हैं। अभिजीत गया तो राम प्रसाद मेदिनीनगर जेल में बंद है। एनआइए की टीम पहले ही अभिजीत की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
बुधवार सुबह एनआइए की टीम छतरपुर थाना पहुंची। इसके बाद झारखंड पुलिस को साथ में लेकर एनआइए की अलग-अलग टीम ने बगइयां में प्रसाद यादव उर्फ राम प्रसाद यादव व बंधुडीह में अभिजीत यादव उर्फ बनवारी जी उर्फ महावीर यादव के घर की घेराबंदी कर छापेमारी की। घरों में रखें दस्तावेज के साथ ही संपत्तियों की जांच की गई। परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई। छापेमारी दस बजे तक चली।
सूत्रों ने बताया कि शायद एनआइए की टीम अभिजीत यादव के द्वारा नक्सल गतिविधियों में शामिल रहते अर्जित संपत्तियों की जांच की गई। इस बाबत उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई। पूर्व में ही पलामू पुलिस के द्वारा अभिजीत यादव के करोड़ों रुपये की संपत्तियों को कब्जे में ले रखा है। छापेमारी के बाबत पूछने पर एनआइए की टीम ने बताने से इनकार कर दिया। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छापेमारी की जानकारी देने की बात कही गई।