Chaibasa (Jharkhand) : झारखंड की आदिवासी किसान मजदूर पार्टी ने बुधवार को अपने केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा को दुष्कर्म के मामले में सुनाई गई सजा के विरोध में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी के जिला अध्यक्ष मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन चाईबासा स्थित डीसी कार्यालय के पास कोर्ट रोड में आयोजित किया गया।
झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप
धरना शुरू होने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। यह रैली पुराने डीसी कार्यालय पर आकर धरने में बदल गई। मानसिंह तिरिया ने इस दौरान कहा कि उनके केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा पर 2018 के एक मामले में झूठा मुकदमा दायर कर उन्हें 10 साल की सजा दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक साजिश है, जिसे पूंजीपतियों, प्रशासन और स्थानीय विधायक के इशारे पर अंजाम दिया गया है। तिरिया ने दावा किया कि मुंडा हमेशा मजदूरों और किसानों के हक के लिए आवाज उठाते रहे हैं, जो कुछ लोगों को पसंद नहीं था। उन्होंने कहा कि यह मुंडा का राजनीतिक करियर खत्म करने की कोशिश है।
पार्टी ने सौंपा ज्ञापन
तिरियां ने जॉन मिरन मुंडा की तुलना बिरसा मुंडा से करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा के बाद अगर कोई आदिवासी समाज के लिए सच्चाई से लड़ रहा है, तो वह जॉन मिरन मुंडा हैं। धरना के बाद पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्य न्यायाधीश को एक ज्ञापन भी सौंपा।
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में जगन्नाथपुर की एक 28 वर्षीय महिला ने मनोहरपुर थाने में जॉन मिरन मुंडा के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हें 10 साल की कैद और 5,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। फिलहाल, जॉन मिरन मुंडा जमशेदपुर स्थित धागीडीह जेल में अपनी सजा काट रहे हैं।