Jamshedpur : कदमा थाना क्षेत्र में फर्जी सरकारी नौकरी देने वाले एक शातिर ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान प्रसेजनजीत माहा के रूप में हुई है, जो मूल रूप से असम का निवासी है और वर्तमान में कदमा में रहकर आदित्यपुर की एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था।
फर्जी नियुक्तिपत्र, नकली मुहर और लाखों की ठगी
सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आरोपी सरकारी विभागों जैसे कि खनन विभाग, कृषि विभाग और आपूर्ति विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से 2 से 3 लाख रुपये एडवांस वसूलता था। नौकरी लगने पर 8 से 10 लाख रुपये की डिमांड करता था।
पुलिस ने उसके पास से झारखंड सरकार के कई विभागों की फर्जी मुहरें, नियुक्तिपत्र, और कई पीड़ितों के मार्कशीट व प्रमाण पत्र बरामद किए हैं।
सात लोगों से वसूले नौ लाख रुपये
अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी ने सात लोगों से नौ लाख रुपये ठगे हैं। साथ ही यह भी पता चला है कि वह 15-20 अन्य युवाओं को भी अपने जाल में फंसा रहा था। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
गूगल से बनाता था फर्जी प्रश्न पत्र, ऑनलाइन लेता था परीक्षा
प्रसेजनजीत गूगल से प्रश्न पत्र तैयार कर ऑनलाइन परीक्षा लेता था, जिससे युवाओं को लगता था कि यह प्रक्रिया असली है। परीक्षा से पहले वह उम्मीदवारों से उनकी मार्कशीट और दस्तावेज ले लेता था।
पहले भी कर चुका है ठगी, परिवार ने लौटाए थे पैसे
एसपी के अनुसार आरोपी ने पहले भी कई लोगों को ठगा है। तब उसके परिवार और ससुराल वालों ने अपनी जमीन और संपत्ति बेचकर लोगों के पैसे लौटाए थे, जिससे कोई कानूनी शिकायत नहीं हुई थी। लेकिन इस बार कदमा निवासी दीक्षा महतो की शिकायत के आधार पर आरोपी को पकड़ा गया है और उसे जेल भेज दिया गया है।

