Jamshedpur (Jharkhand) : शहर के प्रतिष्ठित एल. बी. एस. एम. कॉलेज में मंगलवार को टाटा मोटर्स के लिए भारत सरकार की एजेंसी ‘क्वैस’ द्वारा एक विशेष अप्रेंटिशिप सह रोजगार योजना के तहत ‘प्लेसमेंट ड्राइव’ का आयोजन किया गया। इस प्लेसमेंट ड्राइव में कॉलेज के 78 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से कड़ी लिखित और मौखिक परीक्षा के बाद 20 विद्यार्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया।

चयनित सभी विद्यार्थियों को टाटा मोटर्स, अर्का जैन विश्वविद्यालय से मेकाट्रॉनिक्स में डिप्लोमा करवाएगी।
वेतन और सुविधाएं
चयनित विद्यार्थियों के लिए कंपनी की ओर से आकर्षक पैकेज और सुविधाएं प्रदान की गई हैं:
- मासिक स्टाइपेंड: ₹12,700
- अन्य सुविधाएं: बस की सुविधा, दिन का भोजन और सुबह का नाश्ता
- सुरक्षा: बीमा और चिकित्सा की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
- अंतिम प्रमाणन: पाठ्यक्रम पूरा होने पर विद्यार्थियों को ग्रेड प्रदान किया जाएगा।
कॉलेज में उत्साह का माहौल
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) अशोक कुमार झा और क्वैस की एचआर एंड ऑपरेशन हेड प्रिया ने संयुक्त रूप से प्लेसमेंट ड्राइव का उद्घाटन किया। क्वैस की ओर से एचआर साईं सियाराम एवं सुमित दास ने लिखित, मौखिक एवं आईक्यू टेस्ट तीनों स्तर की परीक्षा लेकर चयन सूची को अंतिम रूप दिया।
यूजी के बाद अच्छी नौकरी में जाने के इच्छुक छात्रों के लिए भी चलेगा प्लेसमेंट ड्राइव
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार झा ने कहा कि इस तरह का अभियान उन बच्चों के लिए है, जिन्हें तत्काल रोजगार की आवश्यकता है और जो परिवार चलाने के लिए दिहाड़ी करने की विवशता महसूस करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो बच्चे स्नातक पूरा कर प्रशासन या अन्य अच्छी नौकरियों में जाना चाहते हैं, उनके लिए अलग से प्लेसमेंट की व्यवस्था की जाएगी। प्रिया ने कहा कि आज का युग कौशल विकास का है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और टाटा मोटर्स की यह योजना बच्चों को औद्योगिक आवश्यकता के अनुरूप ढालती है और तुरंत रोजगार प्रदान करती है। उन्होंने एल. बी. एस. एम. कॉलेज के बच्चों के अनुशासित और समर्पित भाव की भी प्रशंसा की।
प्लेसमेंट सेल के इंचार्ज डॉ. विजय प्रकाश ने आश्वस्त किया कि इस तरह के रोजगारोन्मुखी प्लेसमेंट का आयोजन एल. बी. एस. एम. कॉलेज में जारी रहेगा। बता दें कि पिछले माह ही टाटा मोटर्स के लिए अप्रेंटिस सह रोजगार योजना के तहत 45 बच्चों का चयन हो चुका है, जिन्होंने अपना योगदान दे दिया है। इस दौरान वाणिज्य विभाग के प्रो. विनोद कुमार, भूगोल विभाग के डॉ. संतोष कुमार, डॉ. प्रमिला किस्कू (मनोविज्ञान) और अजय कुमार (भौतिकी) सहित कई फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे।