ग्रामीणों ने तीन आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंपा
लोहरदगा: झारखंड के लोहरदगा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। गुरुवार की रात जितिया पर्व पर लगने वाले जतरा (मेला) से लौट रही एक नाबालिग के साथ पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। ग्रामीणों की बहादुरी और पुलिस की तत्परता से इस जघन्य अपराध में शामिल सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पीड़िता रांची जिले के मांडर थाना क्षेत्र की रहने वाली है और जितिया जतरा के लिए अपनी नानी के घर लोहरदगा आई हुई थी। जतरा देखकर लौटते समय राजेंद्र उरांव नामक युवक ने उसे नानी घर छोड़ने का बहाना बनाकर बहला-फुसलाया और उसे पास के जंगल में ले गया। वहां उसने अपने अन्य चार साथियों – पारस उरांव, तेतरा उरांव, संजय उरांव और सीताराम उरांव को भी बुला लिया।
सभी ने बारी-बारी से नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। इसी दौरान पीड़िता ने शोर मचाया और मोबाइल से अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद आरोपियों ने उसका मोबाइल छीनकर बंद कर दिया।
पुलिस ने फरार दो आरोपियों को भी किया गिरफ्तार
पीड़िता के परिजनों और ग्रामीणों ने फौरन उसकी तलाश शुरू की और बताए गए स्थान पर पहुंचे। वहां उन्होंने पीड़िता को अर्द्धनग्न अवस्था में पाया। उन्होंने साहस दिखाते हुए मौके पर मौजूद तीन आरोपियों – राजेंद्र उरांव, पारस उरांव और तेतरा उरांव को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। जबकि संजय उरांव और सीताराम उरांव मौके से फरार हो गए थे।
सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सह सदर थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। बाद में उनकी निशानदेही पर पुलिस ने फरार चल रहे दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए सराहनीय कार्य किया है।