रांची: झारखंड पहली बार क्लिनिकल हेमेटोलॉजी (रक्तविकार) के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। यह ऐतिहासिक सम्मेलन ईएचजीकॉन-2025 होटल रेडिसन ब्लू में 23 से 25 मई तक आयोजित होगा। कांफ्रेंस का आयोजन ईस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप द्वारा रिम्स रांची, सदर अस्पताल और झारखंड सेंटर फॉर ब्लड डिसऑर्डर्स के सहयोग से किया जा रहा है। जिसका विषय है हेमाक्वेस्ट: नेविगेटिंग हेमेटोलॉजी फ्रंटियर्स टूगेदर। कांफ्रेंस के आर्गनाइजर झारखंड के पहले और एकमात्र क्लीनिकल हेमेटोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक रंजन हैं। जबकि को-आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ अजय महलका और आयोजन सह-अध्यक्ष डॉ. शेफाली किशोर हैं। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में एम्स, सीएमसी वेल्लोर, पीजीआई चंडीगढ़, गंगाराम अस्पताल समेत देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के 65 से अधिक वरिष्ठ हेमेटोलॉजिस्ट और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ शामिल होंगे।
नई तकनीक पर करेंगे चर्चा
सम्मेलन के दौरान चिकित्सक, शोधकर्ता, नर्स और अन्य स्वास्थ्य पेशेवर हेमेटोलॉजी में हो रही नवीनतम प्रगति, अनुसंधान और उपचार विधियों पर अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे। इसके साथ ही 24 मई को राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें राज्यभर से 125 डॉक्टर भाग लेंगे।
शोध प्रस्तुत करेंगे रेजिडेंट डॉक्टर
सम्मेलन में 100 से अधिक डॉक्टरों ने पंजीकरण कराया है और रिम्स सहित राज्य के रेजिडेंट डॉक्टर अपने वैज्ञानिक शोध प्रस्तुत करेंगे। यह आयोजन झारखंड को रक्तविकारों के इलाज में नई दिशा देगा और राष्ट्रीय स्तर पर इसकी पहचान को सुदृढ़ करेगा।


