Home » Encounter : दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी रोमिल वोहरा ढेर, जघन्य हत्याकांडों का था मास्टरमाइंड

Encounter : दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी रोमिल वोहरा ढेर, जघन्य हत्याकांडों का था मास्टरमाइंड

Delhi : रोमिल ने 14 जून को कुरुक्षेत्र में शराब कारोबारी शान्तनु की हत्या की थी, जो हरियाणा के 12 जिलों में शराब का कारोबार संभालता था।

by Anurag Ranjan
Romil Vohra killed in encounter at Delhi-Haryana border
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नई दिल्ली: हरियाणा के कुख्यात अपराधी रोमिल वोहरा, जो काला राणा-नोनी राणा गैंग का सक्रिय शूटर था, मंगलवार तड़के दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। 22 वर्षीय रोमिल, यमुनानगर के अशोक नगर कॉलोनी का निवासी, कुरुक्षेत्र में शान्तनु हत्याकांड और यमुनानगर में तिहरे हत्याकांड जैसे जघन्य अपराधों का मास्टरमाइंड था। उस पर हरियाणा पुलिस ने 3.10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

एडिशनल सीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ को 23 जून की देर रात सूचना मिली कि रोमिल दिल्ली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसके आधार पर दोनों पुलिस बलों ने दक्षिण दिल्ली के डेरा मंडी इलाके में संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। मंगलवार सुबह एक मुखबिर की सूचना पर रोमिल की पहचान हुई। पुलिस ने उसे घेर लिया, लेकिन उसने भागने की कोशिश में पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में रोमिल को गोलियां लगीं, और अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस मुठभेड़ में दिल्ली और हरियाणा पुलिस के एक-एक उपनिरीक्षक घायल हुए, जिनका दक्षिण दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

जघन्य अपराधों का रहा है इतिहास

रोमिल ने 14 जून को कुरुक्षेत्र में शराब कारोबारी शान्तनु की हत्या की थी, जो हरियाणा के 12 जिलों में शराब का कारोबार संभालता था। इसके अलावा, दिसंबर 2024 में यमुनानगर के खेरी लखा सिंह गांव में पंकज मलिक, वीरेंद्र राणा और अर्जुन राणा की हत्या में भी वह शामिल था। रोमिल दिल्ली में आर्म्स एक्ट के एक मामले में भी वांछित था। इन हत्याओं की जिम्मेदारी बैंकाक से प्रत्यर्पित गैंगस्टर काला राणा और विदेश में बैठे उसके भाई नोनी राणा ने ली थी।

राणा गैंग के लगा बड़ा झटका

रोमिल की मौत से काला राणा-नोनी को करारा झटका लगा है, जिसने हरियाणा और दिल्ली में दहशत फैला रखी थी। दिल्ली पुलिस ने इसे अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया। पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों और हथियार सप्लायर की तलाश में छापेमारी कर रही है। नागरिकों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई है। मुठभेड़ के बाद नियमानुसार जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

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