New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी 9 मई को रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित होने वाले विक्ट्री डे परेड 2025 में शामिल होने से इनकार कर दिया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी इस वर्ष इस महत्वपूर्ण समारोह में भाग नहीं लेंगे।
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। रूस ने प्रधानमंत्री मोदी को द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित विजय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया था। यह परेड हर साल 9 मई को मॉस्को के रेड स्क्वायर पर आयोजित की जाती है और इसे रूस की सैन्य शक्ति और ऐतिहासिक विरासत के प्रमुख प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
“मित्र देशों” के नेताओं का जमावड़ा, शी जिनपिंग के आने की संभावना
रूसी सरकार ने इस वर्ष विक्ट्री डे परेड के लिए कई “मित्र देशों” के नेताओं को आमंत्रित किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित कई अन्य अंतरराष्ट्रीय नेता इस आयोजन में भाग लेने के लिए रूस पहुंच सकते हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जुलाई 2024 में पीएम मोदी ने की थी रूस की यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2024 में रूस का दौरा किया था, जो लगभग पांच वर्षों के बाद उनकी पहली रूस यात्रा थी। उस दौरे में पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच व्यापक बातचीत हुई थी। पीएम मोदी ने पुतिन को भारत आने का न्योता भी दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार किया, हालांकि उनकी यात्रा की तारीखें अभी घोषित नहीं की गई हैं।
भारत-रूस संबंधों पर नहीं पड़ेगा असर
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति को लेकर विभिन्न अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन यह स्पष्ट किया गया है कि यह निर्णय भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा। दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और रणनीतिक साझेदारी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मजबूत सहयोग जारी है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी का यह फैसला एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है। यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में भारत और रूस के बीच संबंधों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।