जमशेदपुर: घोर आस्था का प्रतीक महापर्व छठ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। घरों से लेकर महनगरों में लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से छठी मां की कृपा पाने के लिए जतन कर रहे हैं। इस महापर्व के प्रति आस्था कितनी गहरी है, इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि जेल के बंदी भी छठ मां की कृपा प्राप्त करने ओर सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने के लिए उतावले हैं। इसी कड़ी में जमशेदपुर स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल में छठ पूजा के लिए तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। हर साल यहां के बंदी छठ पर्व करने की इच्छा जताते हैं और जेल प्रशासन की ओर से उनके लिए इसकी व्यवस्था की जाती है। इस साल 12 बंदियों ने छठ व्रत रखने की इच्छा जताई है और इसके लिए उन्होंने जेल प्रशासन को आवेदन दिया है।
जेल प्रशासन की तैयारी शुरू, पुरुष के साथ महिला बंदी भी करेंगी व्रत
घाघीडीह सेंट्रल जेल प्रशासन ने इन व्रतियों के लिए विशेष प्रबंध करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही छठ पूजा की सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू कर दी है। इस महापर्व में पवित्रता का विशेष महत्व होता है। त्योहार के पावन अवसर को ध्यान में रखते हुए फिलहाल जेल में मांसाहारी भोजन बंद कर दिया गया है। बंदियों को शुद्ध शाकाहारी भोजन ही उपलब्ध कराया जा रहा है। जेल की महिला बंदी इस पूजा में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और पूरी आस्था के साथ व्रत करने की तैयारी कर रही हैं।
जेल परिसर में बनाए जाएंगे दो छठ घाट, होगी साज-सज्जा
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के पवित्र अनुष्ठान से पांच नवंबर को होगी। इस दिन व्रतियों के लिए लौकी-भात का विशेष भोजन तैयार किया जाएगा, जो पूजा के इस चरण का अभिन्न हिस्सा है। इसके बाद खरना के अवसर पर सामूहिक खीर-पूड़ी का आयोजन महिला कक्ष में किया जाएगा, जहां सभी व्रतधारी एक साथ प्रसाद ग्रहण करेंगे। जेल प्रबंधन ने व्रतधारी बंदियों की सुविधा के लिए जेल परिसर में दो विशेष छठ घाटों का निर्माण शुरू किया है। इन घाटों पर पानी भरने की व्यवस्था की जा रही है ताकि व्रतधारी सूर्य को अर्घ्य दे सकें। इसके अतिरिक्त, जेल में विद्युत सज्जा भी की जाएगी, जिससे पूरा परिसर पर्व के अनुकूल उत्सवमय दिखाई देगा।
जेल प्रशासन करेगा पूजा सामग्री की व्यवस्था
छठ पूजा की सभी आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था जेल प्रशासन की ओर से की जा रही है। प्रसाद बनाने के लिए मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का भी इंतजाम किया गया है ताकि व्रतियों को पारंपरिक रीति से पूजा सामग्री तैयार करने में कोई कठिनाई न हो। इसके साथ ही, बंदियों के स्वजन भी पूजन सामग्री और फलों का योगदान कर रहे हैं, जिन्हें जेल में पहुंचाया जाएगा। बंदियों ने छठ पूजा की पवित्रता बनाए रखने के लिए पूरे परिसर की साफ-सफाई का कार्य खुद संभाला है। जेल परिसर को सजाने का काम भी वे मिलकर कर रहे हैं, जिससे माहौल और भी पवित्र व उल्लासमय बन सके।
छठव्रती बंदियों की सुविधा का रखा जा रहा ध्यान
जेल प्रशासन छठ व्रतियों की हरसंभव मदद कर रहा है और इस बात का खास ध्यान रखा जा रहा है कि व्रतधारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। हर साल की तरह इस बार भी जेल प्रबंधन ने अपनी ओर से पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का संकल्प लिया है।
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