Ranchi (Jharkhand) : रक्षाबंधन के पावन अवसर पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपनी बहनों के साथ-साथ कई महिलाओं से राखी बंधवाई और उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार सिर्फ एक धागे का बंधन नहीं, बल्कि सुरक्षा, विश्वास और पवित्रता का प्रतीक है।
रक्षा सूत्र का महत्व और प्राचीन परंपरा
रघुवर दास ने राखी के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि बहनों का आशीर्वाद है, जो जीवन भर संबल और शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने प्राचीन काल की परंपरा का जिक्र करते हुए बताया कि जब योद्धा धर्म युद्ध के लिए जाते थे, तो महिलाएं उनके हाथ में रक्षा सूत्र बांधकर विजय की कामना करती थीं। यह परंपरा आज भी हमें भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और पवित्रता का एहसास कराती है।
समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता
पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान समाज में बढ़ रही कुरीतियों और कुबुद्धि पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि आज महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा, “सभी को सद्बुद्धि मिले, सभी सही मार्ग पर चलें और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।” रघुवर दास ने रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व को सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों को संजोने का अवसर बताया। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार हमें आपसी विश्वास, सुरक्षा और प्रेम का संदेश देता है, जिसे हमें जीवन भर निभाना चाहिए।