नई दिल्ली : इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, पवित्र माह रमजान की शुरुआत रविवार से हो गई है और आज देश भर के मुसलमानों के लिए रोजे (उपवास) का पहला दिन है। शनिवार शाम को रमजान का चांद दिखाई देने के बाद देशभर में मुस्लिम समुदाय के लोग एक-दूसरे को रमजान की बधाई दे रहे हैं। इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी नागरिकों को शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रमजान की शुरुआत पर अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट (x) पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। यह हमारे समाज में शांति और सद्भाव लाए। यह महीना चिंतन, कृतज्ञता और भक्ति का प्रतीक है और हमें करुणा, दया और सेवा के मूल्यों की याद दिलाता है। रमजान मुबारक’! प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश समाज में आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने की ओर इशारा करता है।
योगी आदित्यनाथ ने भी दी बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत पर बधाई दी। एक आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा, ‘इन पवित्र दिनों में उपवास, आत्म-अनुशासन, धैर्य और पूजा जैसे अच्छे कर्म, सहिष्णुता, सादगी और आपसी भाईचारे के मूल्यों को बढ़ावा देते हैं’। योगी आदित्यनाथ ने रमजान के समय में समाज में सकारात्मक बदलाव और सुधार की उम्मीद जताई है।
रमजान के महत्व पर प्रधानमंत्री की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित ‘जहान-ए-खुसरो’ के 25वें संस्करण में भी भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने रमजान की अग्रिम शुभकामनाएं दी थीं और भारत की सूफी परंपरा की सराहना की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूफी परंपरा ने हमेशा भारत के समाज में समावेशिता और सद्भाव को बढ़ावा दिया है और रमजान के इस पवित्र महीने में हम सभी को इन मूल्यों को अपनी जिंदगी में अपनाने की प्रेरणा मिलती है।
रमजान : एक महीना उपवास और इबादत का
रमजान का महीना मुसलमानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस महीने में मुसलमान पूरे महीने नमाज पढ़ने के साथ-साथ उपवास (रोजा) रखते हैं, जिसमें वे सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खाना, पीना, और अन्य सांसारिक सुखों से दूर रहते हैं। यह समय आत्मनिरीक्षण, भक्ति और ईश्वर की नजदीकी पाने का होता है। रमजान का महीना इस्लाम धर्म में एक अहम स्थान रखता है, और इसके बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है।
रमजान के दौरान उपवास और इबादत की विशेषताएं
रमजान का महीना इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए उपवास, नमाज और दान का समय होता है। इस दौरान मुसलमान न केवल शारीरिक उपवास रखते हैं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी खुद को शुद्ध करते हैं। पूरे महीने ध्यान इस बात पर केंद्रित होता है कि कैसे समाज में शांति, भाईचारा और करुणा फैलाई जाए।
रमजान के दौरान, मुसलमान अपने आसपास के गरीबों और जरूरतमंदों को भी ज़कात (दान) देने की परंपरा निभाते हैं। इसके साथ-साथ वे इबादत करते हुए खुद को बेहतर इंसान बनाने की कोशिश करते हैं। यह समय होता है आत्म-अनुशासन को मजबूत करने और एक-दूसरे के साथ सामूहिक भलाई की भावना को सुदृढ़ करने का।
रमजान के बाद ईद की खुशी
रमजान का महीना 29 या 30 दिनों तक चलता है और इस दौरान मुसलमान पूरी श्रद्धा और ध्यान से उपवास रखते हैं। रमजान के समाप्त होने के बाद, मुस्लिम समुदाय ईद का त्योहार मनाता है। ईद का पर्व रमजान के उपवास के समापन का प्रतीक होता है और यह एक नई शुरुआत की ओर इशारा करता है, जहां परिवार और समाज के लोग मिलकर खुशियां मनाते हैं।