RANCHI: उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय स्थित सभागार में आयोजित जनता दरबार में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं। उपायुक्त ने न केवल सभी मामलों को गंभीरता से सुना, बल्कि मौके पर ही कई मामलों में त्वरित समाधान के निर्देश दिए। जनता दरबार के दौरान वीणा देवी नामक महिला ने अपनी बीमार बच्ची के इलाज के लिए गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि बच्ची चार दिन से कुछ खा नहीं रही है और इलाज के लिए सारे गहने तक बेचने पड़े। उपायुक्त ने मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए तुरंत सिविल सर्जन से बात की और आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज की प्रक्रिया तत्काल शुरू कराई गई।

पैसे मांगने वाली सेविका को शोकॉज
जनता दरबार में भ्रष्टाचार और लापरवाही से जुड़े मामलों में भी सख्त रुख अपनाया गया। मांडर प्रखंड में सेविका द्वारा सत्यापन में गड़बड़ी और पैसे की मांग के आरोप पर उपायुक्त ने शोकॉज का निर्देश दिया। वहीं अनगड़ा सीओ और कर्मचारियों द्वारा बार-बार आवेदन के बावजूद खाता सुधार नहीं करने पर उन्हें भी शोकॉज नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया।
पिठोरिया थाना के चौकीदार का वेतन रोका
एक घरेलू हिंसा पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उपायुक्त ने पिठोरिया थाना के चौकीदार का वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं शैक्षणिक दस्तावेज में त्रुटि के मामले में बंडू प्रखंड के छात्र को राहत देते हुए उपायुक्त ने झारखंड अधिविद्य परिषद से विशेष अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा। इसके अलावा एक युवक द्वारा भाई का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिलने की शिकायत पर उपायुक्त ने जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को बुलाकर उसे मार्गदर्शन देने को कहा और मामला सुलझाया गया।
राजस्व से संबंधित नामांतरण, सीमांकन, रसीद निर्गमन जैसे मामलों पर भी उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया कि लंबित फाइलों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें। साथ ही चेताया कि लापरवाह कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।