RANCHI: केंद्र सरकार ने जीएसटी की दरें कट कर दी हैं। ऐसे में लोगों को डिस्काउंट मिलने की उम्मीदें हैं। दवा पर कुछ जगहों पर लोगों को डिस्काउंट मिल रहा है। वहीं कार कम्पनियां खरीदारी पर बंपर डिस्काउंट दे रही हैं। दुकानों पर ही ग्राहकों को इसका लाभ मिल रहा। लेकिन कई दुकानों पर पुराने रेट पर ही समान बेचे जा रहे हैं। इससे ग्राहकों के बीच कंफ्यूजन की स्थिति बनी रही। ग्राहकों ने जीएसटी की दरें कम होने का हवाला दिया तो जवाब मिला कि अभी उनके पास जो सामान है वह पुरानी जीएसटी रेट की दरों का है। ग्रोसरी दुकानदार भी थोड़े परेशान हैं। हालांकि कई दुकानदारों ने बीच का रास्ता निकाला है। इससे थोड़ा नुकसान उन्हें उठाना पड़ रहा है।
1 लाख की हुई बचत
सुमित कुमार ने पिछले महीने कार की बुकिंग कराई थी। इसके बाद उन्होंने कुछ दिन के लिए डिलीवरी को टाल दिया। अब 22 सितंबर को जब उन्होंने बिलिंग के लिए एस्टीमेट लिया तो कार की ऑन रोड प्राइस 1 लाख रुपए तक कम हो गई। जिससे साफ है कि जीएसटी रेट कट का फायदा लोगों को मिलने लगा है। उन्होंने बताया कि टैक्स कट का बड़ा फायदा मिला।
दवा में बच गए 250 रुपए
ऐसे ही बलराम चौरसिया अपने रिलेटिव की दवा हर महीने खरीदते हैं। इस बार उतने दवा खरीदने के लिए 1775 भुगतान किया। जबकि पिछले महीने उतनी दवा ही खरीदने के लिए 2025 रुपए चुकाने पड़े थे। उन्होंने बताया कि टैक्स कट का फायदा तो मिला है। दवा में मेरे 250 रुपए बच गए। ये आम आदमी के लिए बड़ी राहत है।

दूध, पनीर, घी हुआ सस्ता
हरमू में ग्रोसरी दुकानदार कमलेश ने बताया कि डेयरी प्रोडक्ट तो सस्ता हुआ है। अमूल घी का रेट 1 किलो का 685 रुपए से घटकर 645 रुपए हो गया। वहीं 200 ग्राम पनीर का रेट 99 रुपए से घटकर 95 रुपए हो गया। एक दुकानदार मंजीत ने बताया कि दूध के दाम 61 रुपए लीटर से घटकर 58 रुपए हो गया है। ड्राई फ्रूट भी सस्ता हुआ है। साबुन की कीमतें भी कम हुई हैं। अब कंपनी की जो बिलिंग होगी उसके आधार पर ही तय रेट से बिक्री होगी।
पुराने स्टॉक से हो रहा नुकसान
कोकर के दुकानदार कौशल ने बताया कि पहले का हमारा स्टॉक कुछ बचा हुआ है। ऐसे में घटे हुए रेट पर सामान बेचने से नुकसान होगा। कंपनी से भी बात की जा रही है। बीच का रास्ता निकाला जाएगा। फिलहाल तो नए टैक्स कट पर सामान बेचने से कुछ नुकसान हो रहा है। जल्द ही सब ठीक होने की उम्मीद है। ग्राहक अब जागरूक हो गए हैं।