नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के सिविल लाइन्स थाने की टीम ने एक सनसनीखेज डकैती मामले को सुलझाते हुए दो कुख्यात लुटेरों, अजय कुमार और विकास उर्फ भूरा, को गिरफ्तार किया है। विकास पुलिस से बचने के लिए यमुना नदी में छिप गया था, लेकिन दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोर और नाव की मदद से उसे धर दबोचा गया। डकैती में प्रयुक्त ऑटो रिक्शा भी बरामद किया गया है।
23-24 मई 2025 की रात, रोहिणी निवासी प्रिंस (30) ने शिकायत दर्ज की कि वह आश्रम से लौट रहे थे। कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 4 पर ऑटो चालक ने उन्हें उतारा। रात करीब 2:45 बजे, अंबेडकर भवन, अलीपुर रोड के पास दो व्यक्तियों ने उन पर हमला किया। एक ने उनका गला दबाया, जिससे वह गिर पड़े और चोटिल हो गए। हमलावरों ने उनका मोबाइल फोन और दस्तावेजों व लंच बॉक्स से भरा बैग लूट लिया। इसके बाद, वे सड़क पार कर ऑटो रिक्शा में भाग गए, जिसमें चालक उनकी प्रतीक्षा कर रहा था।
इंस्पेक्टर हनुमंत सिंह और एसीपी विनीता त्यागी की निगरानी में एसआई अशोक कुमार, पीएसआई प्रिंस गौतम, एसआई मिथलेश कुमार, एचसी अनिल कुमार, विवेक और विकास की टीम ने जांच शुरू की। 120-130 सीसीटीवी फुटेज की जांच से ऑटो रिक्शा की पहचान हुई। चौहान पट्टी, सभापुर में छापेमारी कर चालक अजय को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपने साथी विकास उर्फ भूरा का नाम बताया, जिसे यमुना घाट पर पकड़ा गया।
अजय (22) ऑटो चालक है और पहले कश्मीरी गेट में डकैती के मामले में शामिल था। विकास (26) यमुना में गोताखोरी करता है और हत्या व डकैती के मामलों में लिप्त रहा है। तीसरा साथी सनी उर्फ जंगली फरार है। जांच जारी है।
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